नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने इराक में बंधक बनाये गए 39 भारतीयों की मौत पर स्तब्धता जताते हुए गहरा शोक व्यक्त किया है। उनकी पार्टी के नेता एवं राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाम आजाद ने कहा कि यह केवल पीड़ितों के परिजनों के लिए ही नहीं पूरे देश के लिए एक त्रासदी है।
राहुल ने आज ट्वीट कर कहा, ‘‘मैं यह सुनकर स्तब्ध हूं कि 2014 से इराक में बंधक बनाए गए 39 भारतीयों की मौत की पुष्टि हो गयी है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं उन परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं जो इस आशा के साथ जी रहे थे कि उनके प्रियजन सुरक्षित वापस लौटेंगे। मेरा दिल और दुआएं आप सभी के साथ हैं।’’
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने आज राज्यसभा में कहा कि इराक में आईएसआईएस द्वारा अपहृत सभी 39 भारतीय मारे जा चुके है। उच्च सदन में सुषमा स्वराज ने अपनी ओर से दिए गए एक बयान में बताया कि इराक के मोसुल शहर में आतंकी संगठन आईएसआईएस ने कम से कम 40 भारतीयों का अपहरण किया था। इनमें से एक व्यक्ति खुद को बांग्लादेश से आया मुस्लिम बता कर बच निकला। शेष 39 भारतीयों को बदूश ले जा कर मार डाला गया।
उन्होंने बताया कि अपहृत भारतीयों को बदूश शहर ले जाए जाने के बारे में जानकारी उस कंपनी से मिली जहां ये भारतीय काम करते थे। आजाद ने कहा कि विदेश मंत्रालय ने पहले संसद में जोर देकर कहा था कि बंधक बनाए गए भारतीय जीवित हैं पर अब कहा जा रहा है कि वे मारे जा चुके हैं।