नई दिल्ली: राष्ट्रीय जनता दल के नेता और बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने कहा है कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी भारत के प्रधानमंत्री बनने के योग्य हैं, क्योंकि उनके पास लंबा संसदीय अनुभव है। अपने पिता लालू प्रसाद जो कि इन दिनों जेल में हैं, की अनुपस्थिति में राष्ट्रीय जनता दल की कमान संभालने वाले तेजस्वी यादव ने इंडिया टीवी के शो 'आप की अदालत' में रजत शर्मा के सवालों का जवाब देते हुए कहा: 'हमने तो कई बार कहा है कि राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनना चाहिए। जब मोदी मुख्यमंत्री बने थे तो उनका कोई तजुर्बा नहीं था, पंचायत का चुनाव भी नहीं लड़े थे। तीन टर्म कुर्सी संभाली, जनता ने उनपर विश्वास किया और वह प्रधानमंत्री बने। उनका कोई अनुभव नहीं था। राहुल गांधी इतने लंबे समय से सांसद रहे हैं, देश की सबसे पुरानी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं तो प्रधानमंत्री से ज्यादा तजुर्बा हमारे राहुल गांधी को है।
चुनाव के बाद कांग्रेस की सबसे ज्यादा जिम्मेदारी होगी
यह पूछे जाने पर कि ममता बनर्जी, मायावती और शरद पवार जैसे पीएम पद की आकांक्षा रखनेवाले लोगों में से कौन प्रधानमंत्री बन सकता है, तेजस्वी यादव ने बेहद चतुराई से जवाब दिया: 'प्री-पोल अलायंस और पोस्ट-पोल अलायंस होते हैं। ये देखना है कि पोस्ट-पोल अलायंस किस प्रकार से होता है। कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी है तो उनकी सबसे ज्यादा जिम्मेदारी होगी चुनाव के बाद। 2004 में भी आरजेडी पोस्ट-पोल अलायंस में शामिल था। चुनाव जीतने के बाद लोगों ने तय किया और देश के सामने आए मनमोहन सिंह। कोई नहीं जानता था कि वह पीएम बनेंगे। लेकिन मनमोहन जी ने देश को 10 साल तक अच्छी तरह चलाया। अर्थव्यवस्था और जीडीपी में मनमोहन जी का योगदान काफी ज्यादा था।'
मेरी मां, बहन, जीजा जी और मेरे खिलाफ केस
आरजेडी नेता ने आरोप लगाया: 'मेरे खिलाफ ईडी, सीबीआई, इनकम टैक्स के सारे केस हैं। मेरे भाई, मेरी मां, मेरी सात बहनें, मेरे सात जीजा जी पर केस है। उनकी बहनों के खिलाफ भी केस है। लालू जी के समधी-समधन और उनके रिश्तेदारों पर भी मुकदमा है। आजकल एक ट्रेंड चला है, बीजेपी में चले जाइयेगा, आपका पाप धुल जाएगा। चाचा ने जो पलटी मारी, पाप धुलाने के लिए, सृजन घोटाले में और मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड में। सुप्रीम कोर्ट ने अपने इतिहास में पहली बार फटकार लगाई और सीबीआई के पहले अंतरिम डायरेक्टर को कोर्ट में क्लासरूम के बच्चे की तरह बिठाकर रखा। ऐसा क्यों किया गया? क्योंकि उन्होंने मुजफ्फरपुर कांड में निष्पक्ष जांच कर रहे अधिकारी का तबादला किया था। अगर जांच जारी रहती तो हमारे पलटू चाचा आज सीएम नहीं होते।
सीपीआई एक जाति की, एक जिले की पार्टी बनकर रह गई है
बेगूसराय लोकसभा सीट से सीपीआई उम्मीदवार कन्हैया कुमार को महागठबंधन की तरफ से चुनाव मैदान में नहीं उतारने के सवाल पर तेजस्वी यादव ने कहा: 'सीपीआई एक जाति की, एक जिले (बेगूसराय) की पार्टी बनकर रह गई है। जो पूर्व सांसद भोला सिंह बीजेपी में गए थे, वो पहले सीपीआई में थे। पिछले चुनाव में नीतीश कुमार जी जो हमारे पलटू चाचा हैं, उनके साथ अलायंस में लड़े तो सीपीआई को पौने दो लाख वोट मिले थे। तनवीर हसन (आरजेडी) जो पिछली बार लड़े थे उन्हें साढ़े चार लाख लोट मिले। पूरे देश में बहुत कम जगह है जहां मुसलमानों को प्रतिनिधित्व दिया गया है। ये बिहार की धरती है जहां गंगा-जमनी तहजीब को मानते हुए हमने तनवीर हसन को टिकट दिया। बेगूसराय की सेक्यूलर और सामाजिक न्याय में विश्वास रखनेवाली जनता इस चुनाव में गिरिराज सिंह को मुंहतोड़ जवाब देगी।'
क्या दोनों हाथ में लड्डू रहेगा?'
बीजेपी के इस आरोप पर कि विपक्ष प्रधानमंत्री पद के लिए नरेंद्र मोदी के मुकाबले एक भी उम्मीदवार को प्रोजेक्ट करने में विफल रहा, आरजेडी नेता ने कहा: 'क्या बीजेपी ने हरियाणा में खट्टर और महाराष्ट्र में फडणवीस को मुख्यमंत्री उम्मीदवार के रूप में प्रोजेक्ट किया था? बिहार विधानसभा चुनाव में किया था? तो क्या दोनों हाथ में लड्डू रहेगा?'
बेटे को बीमार पिता से मिलने नहीं देते
तेजस्वी यादव ने आरोप लगाया कि उन्हें और उनके परिवार के सदस्यों को लालू प्रसाद से जेल में मिलने नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने कहा: 'बेटे को बीमार पिता से मिलने नहीं देते। कोई संपर्क नहीं। हाईकोर्ट ने हफ्ते में तीन लोगों को केवल शनिवार को लालू जी से मिलने की अनुमति दी थी, वह भी बैन कर दिया।'
नीतीश कुमार की पार्टी डायनासोर की तरह विलुप्त हो जाएगी
रजेडी नेता ने आरोप लगाया: 'नीतीश कुमार के शासन में 40 बड़े घोटाले हुए लेकिन एक भी मंत्री या अधिकारी न तो पकड़ा गया.. न हटाया गया। सृजन घोटाले की मुख्य आरोपी मनोरमा देवी के बेटे और बहू खुलेआम घूम रहे हैं और कुछ नहीं हुआ।' तेजस्वी यादव ने दावा किया कि 'नीतीश कुमार की जनता दल (यूनाइटेड) इस चुनाव के बाद डायनासोर की तरह विलुप्त हो जाएगी।'