एयर स्ट्राइक पर सवाल उठाने वालों में आज राहुल के करीबी सैम पित्रोदा का भी नाम जुड़ गया है। पित्रोदा ने पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर भारतीय वायुसेना के हमले में 300 से अधिक आतंकियों के मारे जाने का सबूत मांगा है। एयर स्ट्राइक से आगे बढ़ते हुए पित्रोदा ने कहा कि पाकिस्तान से आए कुछ लोग यदि आतंकी वारदात अंजाम देते हैं जो उसकी सजा पूरे पाकिस्तान को क्यों दी जा रही है।
समाचार एजेंसी एएनआई को दिए इंटरव्यू में इंडियन ओवरसीज़ कांग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा ने कहा कि मैं एयर स्ट्राइक में 300 से अधिक आतंकियों के मारे जाने की बात मानता हूं, लेकिन मैं बस इतना चाहता हूं कि आप मुझे इससे जुड़े और तथ्य दें। उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय मीडिया खैबर पख्तूनख्वा में हुए हमले की कोई दूसरी तस्वीर दिखा रहा है, ऐसे में भारत की जनता को सच जानने का अधिकार है। उन्होंने कहा कि मैने न्यूयॉर्क टाइम्स और दूसरे अखबारों की रिपोर्ट पढ़ी है, उसमें कहा गया है कि हमले में कोई भी नहीं मारा गया। ऐसे में मैं इस बारे में और तथ्य जानना चाहता हूं। पित्रोदा ने कहा कि एक नागरिक के रूप में सच जानना मेरा कर्तव्य है, और यदि मैं यह सवाल उठाता हूं तो इसका मतलब नहीं है कि मैं राष्ट्र विरोधी हूं।
कुछ लोगों की हरकत की सजा पाकिस्तान को क्यों
2019 में कांग्रेस की चुनाव घोषणापत्र समिति के सदस्य पित्रोदा ने एक विवादित बयान में कहा कि कुछ लोगों की हरकत की सजा पूरे पाकिस्तान को क्यों दी जा रही है। उन्होंने कहा कि हम मुंबई ताज होटल अटैक के बाद प्लेन पाकिस्तान भेज सकते थे। लेकिन हमने ऐसा नहीं किया। मेरे हिसाब से हमले की एप्रोच एकदम गलत है। 26/11 के समय पाकिस्तान से 8 लोग आते हैं और कुछ करते हैं तो आप पूरे देश पर आरोप नहीं लगा सकते।
पाकिस्तान के साथ हो बातचीत
पित्रोदा ने कहा कि पुलवामा अटैक के बावजूद भी पाकिस्तान के साथ बातचीत नहीं रुकनी चाहिए। उन्होंने कहा कि मैं एक गांधीवादी हूं और इसलिए मैं व्यक्तिगत रूप से चाहता हूं की बातचीत हो।