नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी इन दिनों कैलास मानसरोवर यात्रा पर गए हुए हैं लेकिन अब वो एक नए विवाद में फंस गए हैं। बताया जा रहा है कि राहुल गांधी ने काठमांडू के रेस्टोरेंट में नॉन वेज खाना खाया। इस खबर के तूल पकड़ते ही रेस्टोरेंट की तरफ से सफाई दी गई कि राहुल गांधी ने कोई नॉन वेज खान ऑर्डर नहीं किया था।
रेस्टोरेंट ने फेसबुक के जरिए बताया कि राहुल गांधी ने नॉन वेज खाना नहीं खाया था। राहुल गांधी के खान को लेकर मीडिया की तरफ से काफी कुछ पूछताछ की जा रही है। हम ये साफ कर देना चाहते हैं कि राहुल गांधी ने मेन्यू में से शुद्ध शाकाहारी खाना ऑर्डर किया था।
रेस्तरां के बयान में यह भी कहा गया है कि हमारी ओर से कांग्रेस अध्यक्ष द्वारा ऑर्डर किए गए खाने को लेकर मीडिया में कोई बयान नहीं दिया गया है। आपको बता दें कि राहुल के खाने को लेकर नया विवाद खड़ा हो गया है।
दरअसल, नेपाली मीडिया में राहुल के खाने पर एक खबर प्रकाशित हुई, जिसके बाद सोशल मीडिया पर कई तरह की चर्चाएं शुरू हो गईं। खबर में बताया गया कि 30 अगस्त को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी काठमांडू में थे और उसी रात उन्होंने यहां के वुटू रेस्तरां में नॉनवेज खाना खाया। वेटर का बयान भी सामने आया पर बाद में होटल प्रबंधन ने ऐसी खबरों को अफवाह बताया है।
वहीं कांग्रेस ने इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए इसे बीजेपी का एजेंडा बताया। कांग्रेस ने कहा जब खुद रेस्टोरेंट ने ही इस मामले में बयान देकर सब कुछ साफ कर दिया तो है तो विवाद की कोई बात ही नहीं है। कांग्रेस ने आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी राहुल गांधी की मानसरोवर यात्रा में अड़ंगे लगाना चाहती है। ये देव और दानवों की लड़ाई है। मानसरोवर यात्रा पर गए राहुल गांधी 30 अगस्त को काठमांडू पहंचे थे। उनकी ये यात्रा 12 दिन चलेगी।