पटना। कांग्रेस नेता राहुल गांधी शनिवार को बिहार के उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी द्वारा उनके खिलाफ दायर मानहानि के एक मामले के सिलसिले में यहां की एक अदालत में पेश हुए। गांधी ने आरोप लगाया कि देश में जो भी सरकार के खिलाफ आवाज उठाता है, उससे बदला लिया जाता है।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं देश के गरीब, किसानों और श्रमिकों के लिए लड़ाई लड़ने के लिए प्रतिबद्ध हूं। मैं यहां उनके प्रति एकजुटता व्यक्त करने के लिए आया हूं।’’
गांधी ने अदालत से निकलते हुए संवाददाताओं से कहा, ‘‘जो भी मोदी सरकार, भाजपा..आरएसएस के खिलाफ खड़ा होता है उसके खिलाफ अदालती मामले दायर करके निशाना बनाया जाता है। लेकिन मेरी लड़ाई जारी रहेगी।’’
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष गांधी ने अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट कुमार गुंजन की अदालत में आत्मसमर्पण किया और जमानत प्राप्त की। गांधी ने लोकसभा चुनाव में अपनी पार्टी की हार की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए इस सप्ताह के शुरू में कांग्रेस प्रमुख के पद से इस्तीफा दे दिया था।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता ने गत अप्रैल में गांधी के खिलाफ मानहानि का मामला दायर किया था। सुशील मोदी ने उक्त मामला गांधी द्वारा यह टिप्पणी करने पर आपत्ति जताते हुए दायर किया था कि सभी चोरों के उपनाम मोदी क्यों हैं? गांधी का इशारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बैंक धोखाधड़ी आरोपी नीरव मोदी और इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के पूर्व कमिश्नर ललित मोदी की ओर था।
कांग्रेस के कई कार्यकर्ता पटना अदालत के बाहर प्रदर्शन करते हुए देखे गए। प्रदर्शनकारी कार्यकर्ताओं की मांग थी कि गांधी पार्टी अध्यक्ष पद से दिया अपना इस्तीफा वापस लें कांग्रेस नेता गांधी की अदालत में इस पेशी से कुछ दिन पहले उन्होंने और माकपा महासचिव सीताराम येचुरी ने मुम्बई की अदालत में आरएसएस के एक कार्यकर्ता द्वारा दायर मानहानि के एक अन्य मामले में स्वयं को निर्दोष बताया था।