राफेल डील पर कांग्रेस के तीखे प्रहार झेल रही भारतीय जनता पार्टी को आज सुप्रीम कोर्ट से बड़ी राहत मिली है। सुप्रीम कोर्ट ने राफेल लड़ाकू विमान सौदे से जुड़ा एक अहम फैसला सुनाया। फैसला सुनाते हुए चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने कहा कि राफेल विमानों की खरीद प्रक्रिया में कोई कमी नहीं है। चीफ जस्टिस ने कहा कि राफेल विमानों की तकनीकी क्षमता के लेकर कोई सवाल नहीं है। फैसला आते ही भाजपा के नेता और सरकार के मंत्रियों ने जमकर कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों पर हमला बोल दिया। वहीं विपक्षी पार्टियां अभी भी इस मामले में जॉइंट पार्लियामेंट्री कमेटी की जांच पर अड़ी है।
गृह मंत्री राजनाथ सिंह- कांग्रेस ने अपने राजनीतिक फायदे के लिए इस मामले का इस्तेमाल किया। राफेल डील का मामला पहले से साफ था। कांग्रेस द्वारा लगाए गए सारे आरोप निराधार थे और राजनीतिक लाभ के लिए लगाए गए थे। सदन में बोलते हुए गृहमंत्री ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को इस झूठ के लिए सदन से माफी मांगनी चाहिए।
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने ट्वीट कर कहा, सत्य हमेशा जीतता है! राफेल सौदे पर कोर्ट के फैसले ने कांग्रेस अध्यक्ष द्वारा राजनीतिक फायदे के लिए फैलाए जा रहे झूठ का पर्दाफाश कर दिया है। कोर्ट ने पूरी प्रक्रिया में कुछ भी गलत नहीं पाया है और न ही कोर्ट को इस मामले में व्यवसायिक फायदे जैसी कोई बात लगी है।
केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि कांग्रेस द्वारा फैलाए जा रहे झूठ का सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद पर्दाफाश हो गया है। सारे आरोप गलत थे, यह एक बहुत अच्छा निर्णय है।
केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि पूरा सौदा पूरी तरह से साफ और ईमानदारी के साथ किया गया था।
केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने राज्य सभा में इस मामले में चर्चा की मांग की। इस दौरान भाजपा सांसदों ने राहुल गांधी माफी मांगो के नारे भी लगाए।
इस डील के बाद कांग्रेस के निशाने पर रहे उद्योगपति अनिल अंबानी ने भी इस फैसले का स्वागत किया है। बता दें कि रिलायंस डिफेंस को ऑफसेट पार्टनर बनाए जाने को लेकर कांग्रेस भ्रष्टाचार के आरोप लगा रही है।