मुंबई: राफेल सौदे को देश में अब तक हुआ सबसे बड़ा रक्षा घोटाला बताते हुए वकील और सामाजिक कार्यकर्ता प्रशांत भूषण ने उम्मीद जताई कि सीबीआई इस मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ उनकी और दो अन्य लोगों की शिकायत पर कार्रवाई करेगी। मुंबई प्रेस क्लब द्वारा आयोजित समारोह में उच्चतम न्यायालय के वकील ने कहा कि अगर सीबीआई ने उचित प्रक्रिया नहीं अपनाई और पीई या एफआईआर (प्राथमिकी) दर्ज नहीं की तो वह मामले को अदालत में ले जाएंगे।
पीई सीबीआई द्वारा किसी जांच का पहला कदम होती है जहां एजेंसी यह पता लगाती है कि आरोपों में प्राथमिकी दर्ज करने के लिहाज से पर्याप्त आधार है या नहीं। जब भूषण से पूछा गया कि क्या राफेल सौदा 1980 के दशक में हुए बोफोर्स घोटाले की तरह ही है तो उन्होंने कहा कि फ्रांस के साथ यह रक्षा सौदा और भी ज्यादा गंभीर है और अधिक चिंता वाला है। उन्होंने कहा कि यह केवल किसी कंपनी के लिए कमीशन लेने का मामला नहीं है जैसा बोफोर्स में था। यह सबसे बड़ा रक्षा घोटाला है जो देश में हुआ है।
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