नई दिल्ली। मित्र देश फ्रांस से चलकर पांचों राफेल लड़ाकू विमान भारत के मेन स्ट्रैटजिक अंबाला एयरबेस पर सुरक्षित लैंड कर चुके हैं। पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ मौजूदा स्थिति को देखते हुए हैमर मिसाइल से लैस 4.5 जनरेशन राफेल विमानों की लैंडिंग भारतीय वायुसेना के लिए काफी अहम है।
सभी लड़ाकू विमानों ने दोपहर तीन बजे के बाद अंबाला एयरबेस पर टचडाउन किया। वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया ने अंबाला में विमानों की अगवानी की।
लड़ाकू विमानों की लैंडिंग को लेकर रक्षा मंत्रालय ने वीडियो जारी किया है। इस वीडियो में राफेल अंबाला एयरबेस की पट्टी को चूमते देखे जा सकते हैं। इस अवसर पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि पांचों राफेल विमानों की अंबाला में सुरक्षित लैंडिंग हुई।
अंबाला में राफेल की लैंडिंग के बाद उन्हें वाटर सैल्यूट दिया गया। उनको वाटर कैनन से Water salute दिया गया। यह दूसरा मौका है जब बड़े फाइटर विमान को अंबाला एयरबेस पर भारत में सबसे पहले लैंडिंग हुई है। इससे पहले जगुआर फाइटर प्लेन की अंबाला एयरफोर्स स्टेशन पर लैंडिंग हुई थी।
राफेल विमानों के अंबाला एयरबेस पर लैंड करने पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने वायुसेना को बधाई दी है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, बर्ड्स अंबाला में सुरक्षित उतर गए हैं। भारत में राफेल लड़ाकू विमानों का पहुंचना हमारे सैन्य इतिहास में एक नए युग की शुरुआत है। ये मल्टीरोल वाले विमान वायुसेना की क्षमताओं में क्रांतिकारी बदलाव लाएंगे।
बता दें कि, राफेल जेट विमानों ने बीते सोमवार को फ्रांसीसी शहर बोर्डो में मेरिग्नैत एयरबेस से उड़ान भरी थी। बीच में इन जेट्स को संयुक्त अरब अमीरात में उतारा गया था। वहीं, राफेल ने फ्रांस से भारत के बीच दूरी तय करने में एयर-टू-एयर रिफ्यूलिंग भी की। बेड़े में तीन सिंगल सीटर और दो जुड़वा सीट वाले विमान शामिल हैं। इन्हें भारतीय वायुसेना में इसके 17वें स्क्वैड्रन के हिस्से के रूप में शामिल किया जाएगा, जिसे अंबाला एयर बेस पर 'गोल्डन एरो' के रूप में भी जाना जाता है।