नई दिल्ली। पंजाब एकता पार्टी का गुरुवार को कांग्रेस में विलय हो गया। पंजाब में 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले ही सूबे में सियासी हलचल शुरू हो गई है। आम आदमी पार्टी से बगावत कर पंजाब एकता पार्टी नाम से अपना अलग दल बनाने वाले सुखपाल सिंह खैरा की अगुवाई में 3 विधायकों ने गुरुवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी से मुलाकात कर अपनी पार्टी का कांग्रेस में विलय कर दिया। बता दें कि, पंजाब कांग्रेस में जहां एक ओर अंदरुनी कलह का मामला सोनिया गांधी तक पहुंच चुका है, तीन सदस्यीय कमेटी ने अपनी रिपोर्ट सोनिया गांधी को सौंप दी है।
पूर्व नेता प्रतिपक्ष (पंजाब) सुखपाल सिंह खैरा, जगदेव सिंह और पीरमल सिंह ने गुरुवार को दिल्ली में राहुल गांधी से मुलाकात की। इस दौरान कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और उत्तराखंड के पूर्व सीएम हरीश रावत भी मौजूद रहे। बता दें कि, सुखपाल सिंह खैरा को पार्टी लाइन से अलग बोलने के कारण आप ने बर्खास्त कर दिया था। इसके बाद उन्होंने पंजाब एकता पार्टी नाम से नए दल का गठन किया था।