चंडीगढ़. पंजाब में अगले साल चुनाव होना है। चुनाव से पहले पंजाब कांग्रेस में बवाल जारी है। एक तरफ जहां कैप्टन का सिद्धू से बवाल चल रहा है तो वहीं दूसरी तरफ उनके मंत्रिमंडल में शामिल सुखजिंदर सिंह मोर्चा खोलते नजर आ रहे हैं। नाराज चल रहे पंजाब सरकार के कैबिनेट मंत्री सुखजिंदर रंधावा ने कहा कि अगर प्रिंसिपल सेक्रेट्री सुरेश कुमार कैबिनेट बैठक में शामिल होंगे तो वो बैठक में नहीं जायेंगे।
आपको बता दें कि कैबिनेट की बैठक आज 3 बजे होनी है। सुखजिंदर रंधावा खड़गे कमेटी के सामने भी ये मुद्दा उठा चुके हैं। सुखजिंदर रंधावा पहले भी 4 बार मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह से सुरेश कुमार की शिकायत कर चुके हैं। इनका आरोप है कि सुरेश कुमार ब्यूरोक्रेसी को कंट्रोल करते हैं और किसी का काम नही होने देते।
पंजाब एकता पार्टी का कांग्रेस में विलय
पंजाब विधानसभा के पूर्व नेता प्रतिपक्ष सुखपाल सिंह खैरा और दो अन्य विधायकों ने बृहस्पतिवार को कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की तथा अपने दल ‘पंजाब एकता पार्टी’ का कांग्रेस में विलय करने की घोषणा की। खैरा और दो अन्य विधायकों जगदेव सिंह और पिरमल सिंह ने राहुल गांधी से उनके आवास पर मुलाकात की।इस मौके पर कांग्रेस के पंजाब प्रभारी हरीश रावत भी मौजूद थे। खैरा और ये दो विधायक गत तीन जून को मुख्यमंत्री अमरिंदर की मौजूदगी में कांग्रेस में शामिल हुए थे। ये तीनों पिछले विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी के टिकट पर निर्वाचित हुए थे, हालांकि बाद में पार्टी नेतृत्व से कथित टकराव के कारण तीनों को आप से बाहर कर दिया गया।
इसके बाद खैरा ने पंजाब एकता पार्टी बनाई। राहुल गांधी से मुलाकात के बाद खैरा ने पार्टी में शामिल करने के लिए उनका आभार जताया। वह पहले कांग्रेस में रह चुके हैं। कांग्रेस छोड़ने के बाद, खैरा दिसंबर 2015 में आप में शामिल हो गए थे। वह 2017 में आप के टिकट पर वह भोलथ विधानसभा सीट से निर्वाचित हुए थे।