अमृतसर: पंजाब में कोरोना वायरस से संक्रमण के चलते जान गंवाने वाले एक और व्यक्ति के परिवार ने उसका का शव लेने से इनकार कर दिया, जिसके बाद प्रशासन ने उसका अंतिम संस्कार किया। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी। वह व्यक्ति अमृतसर का निवासी था। इससे पहले सोमवार को लुधियाना में भी एक मृतक के परिवार ने शव लेने से मना कर दिया था। 69 वर्षीय उस महिला का अंतिम संस्कार भी प्रशासन ने ही किया था।
आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार अमृतसर के निवासी 69 वर्षीय सेवानिवृत इंजीनियर की सोमवार को निजी अस्पताल में मौत हो गई थी। विज्ञप्ति में कहा गया कि जब प्रशासन ने उनके परिवार से शव लेने के लिए कहा तो उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। इसके बाद अधिकारियों ने अंतिम संस्कार के लिए उनके परिवार से संपर्क किया, लेकिन कोई आगे नहीं आया।
आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया है कि मृतक की बेटी एमबीबीएस की पढ़ाई कर रही है और उनके परिवार से कोई भी व्यक्ति अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए श्मशान नहीं पहुंचा। शुरुआत में उस व्यक्ति की अमृतसर में सरकारी मेडिकल कॉलेज में कोरोना वायरस की जांच की गई, तो उसके संक्रमित होने की पुष्टि नहीं हुई। लेकिन जब उसकी हालत में कोई सुधार नहीं हुआ तो उसे एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया जहां उसके वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई।
अमृतसर की सिविल सर्जन प्रभदीप कौर जोहाल ने कहा, ''कुछ दिन पहले जीएमसी में उस व्यक्ति की कोरोना वायरस की जांच रिपोर्ट नेगेटिव आई थी। इसके बाद उसे एक निजी अस्पताल ले जाया गया जिसने उसे अपनी शुरुआती रिपोर्ट में ही संक्रमण की पुष्टि कर दी। इसके बाद हमने उसके नमूनों को पु्ष्टि कराई और वह कोविड-19 से संक्रमित पाया गया। ''