चंढीगड: पंजाब में कई दिनों से जारी किसान आंदोलन को लेकर बड़ी खबर आई है। पंजाब के 29 किसान संगठनों ने सोमवार से 15 दिन के लिए रेल ट्रैक खाली करने की फैसला किया है। इस संबंध में किसानों की पंजाब के मुख्यमंत्री के साथ चंडीगढ़ में हुई बैठक में यह फैसला लिया गया है। किसानों ने यह भी कहा है कि अगर केंद्र ने कृषि कानून पर बातचीत का चैनल तेज नहीं किया तो किसान फिर ट्रैक पर आएंगे। हालांकि अमृतसर में किसान मजदूर संघर्ष समिति अभी भी पैसेंजर ट्रेन के लिए ट्रैक को खाली करने के लिए अभी राजी नही हुई है।
इससे पहले पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने केन्द्र सरकार के नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों को शनिवार को बातचीत के लिए आमंत्रित किया था। भारत किसान यूनियन (दकौंडा) के राज्य महासचिव जगमोहन सिंह ने शुक्रवार को कहा था,‘‘मुख्यमंत्री ने किसान संगठनों को चंडीगढ़ में एक बैठक के लिए आमंत्रित किया है। इस संबंध में हमने शनिवार को यहां किसान भवन में एक बैठक बुलाई है और उस बैठक में मुख्यमंत्री के आमंत्रण के संबंध में जो भी सर्वसम्मति होगी हम उसके अनुसार काम करेंगे।’’
किसान राज्य में यात्री ट्रेनों को गुजरने की अनुमति नहीं दे रहे हैं, ऐसे में मुख्यमंत्री ने केन्द्र सरकार से बृहस्पतिवार को उदारता दिखने और माल सेवाओं की बहाली को यात्री ट्रेनों की आवाजाही से नहीं जोड़ने की अपील की थी।