नई दिल्ली। आज पुलवामा हमले के गुनहागारों का पर्दाफाश करना बहुत जरूरी है क्योंकि इसके मास्टरमाइंड अब भी पाकिस्तान में बैठे हैं और भारत के खिलाफ दूसरे हमले की प्लानिंग कर रहे हैं। सबसे पहले आप उन आतंकवादियों को पहचान लीजिए जो पुलवामा हमले के पीछे थे। पुलवामा हमले के आतंकियों ने अलकायदा तालिबान से ट्रेनिंग ली थी। हमले से 8 दिन पहले 5 फरवरी को योजना बनाई गई थी। भारी बर्फवारी की वजह से 14 फरवरी को हमला किया गया।
बता दें कि, 14 फरवरी 2019 को कश्मीर के पुलवामा में बहुत बड़ा आतंकवादी हमला हुआ था और इस हमले में CRPF के 40 जवान शहीद हो गए थे। हमले को लेकर National Investigation Agency यानी NIA ने चार्जशीट दायर की है। 15 हजार पन्नों की इस चार्जशीट में 19 आतंकवादियों के नाम हैं, जिनमें से 7 पाकिस्तानी आतंकवादी हैं। इनमें सबसे बड़ा नाम आतंकवादी संगठन जैश ए मोहम्मद के प्रमुख मसूद अजहर का है, जिसका पूरा नाम है मसूद अजहर अल्वी।
जानिए पुलवामा के गुनहगारों के बारे में...
गुनहगार नंबर 1- मौलाना मसूद अज़हर, जैश- ए- मोहम्मद की चीफ लेकिन बीमारी की वजह से अस्पताल में है। गुनहगार नंबर 2- अब्दुल रऊफ असगर , मौलाना मसूद अजहर का भाई। गुनहगार नंबर 3- मौलाना अम्मार अल्वी, मौलाना मसूद अज़हर का भाई, चार्जशीट में इन दोनों को हमने का मुख्य मास्टरमाइंड बताया है। गुनहगार नंबर 4- आतंकवादी मोहम्मद उमर फारूक, जो हमले के लिए 20 किलो आरडीएस पाकिस्तान से सांबा होते हुए जम्मू लाया था, उमर फारूक का इसी साल मार्च में कश्मीर में स्पेशल फोर्स ने एनकाउंटर किया था, इसे Selfie Terrorist के तौर भी जाना जाता है। गुनहगार नंबर 5- सज्जाद अहमद बट्ट, चार्जशीट के मुताबिक सज्जाद अहमद बट ने जनवरी 2019 में नीले रंग की मारुति ईको कार को आतंकी हमले के लिए खरीदा था, आतंकियों ने इसी कार में विस्फोटक रखे थे। गुनहगार नंबर 6- आदिल अहमद डार, ये वहीं आत्मघाती हमलावर है जिसने पुलवामा में विस्फोटक से भरी कार को लेकर CRPF के काफिले को टक्कर मारी थी, इस ब्लास्ट में 40 जवान शहीद हो गए। गुनहगार नंबर 7- समीर डार, उमर फारूक के साथ मिलकर IED तैयार किया था, हमले के बाद समीर फरार हो गया था, जो आज भी पुलिस की गिरफ़्त से बाहर है। गुनहगार नंबर 8- शकिर वशीर, पुलवामा में इसी शाकिर के घर पर ही विस्फोटक लाया गया था और यहीं उमर फारूक के साथ मिलकर IED तैयार किया था, ये अब पुलिस की गिरफ़्त में है। गुनहगार नंबर 9- इंशा जान, पुलवामा हमले में शामिल एकमात्र 23 साल की लड़की जिसने आतंकी मोहम्मद उमर फारूक को अपने घर में पनाह दी थी, ये अब पुलिस की गिरफ़्त में है।
Whatsapp Chat में सामने आया कैसे बनाया था प्लान
आज आपको उमर फारुक और उसके चाचा मौलाना अम्मार अल्वी के बीच हुए एक Excusive Whatsapp Chat के बारे में बता रहे हैं, जिसमें पुलवामा हमले में 5 लाख 70 हजार रुपए खर्च करने की बात कही गई है। ये चैट पुलवामा हमले के बाद कश्मीर में मौजूद उमर फारुक और पाकिस्तान में अजहर मसूद के भाई मौलाना अम्मार के बीच हुई थी। इस चैट में हमले में इस्तेमाल विस्फोटक की तस्वीरें भी शेयर की गई हैं ताकि पाकिस्तान में बैठे आतंकियों को हमले के हर अपडेट मिलता रहे। पाकिस्तान ने सिर्फ 5 लाख 70 हजार रुपये खर्च करके भारत के 40 जवानों की जान लेली।
सेल्फी के शौक ने खोली पाकिस्तान की पोल
आतंकी की सेल्फी के शौक ने उसके आकाओं और पाकिस्तान की पोल खोल दी है। मोहम्मद उमर फारुक RDX के साथ की अपनी सेल्फी पाकिस्तान में बैठे चाचा अम्मार अल्वी को भेजता था। फोन पर ही उससे डायरेक्शन लेता था। बम बनाते और उसे कार में फिट करते वक्त की फोटो भी उमर फारुक ने पाकिस्तान में वॉट्सएप किया था। बम और बारूद का जुनून उसके सिर पर ऐसे सवार था कि गर्लफ़्रेंड को भी हथियारों के साथ वाली फ़ोटो भेजता था, लेकिन उसी आदत ने उसे जहन्नम में पहुंचा दिया।
जानिए जैश-ए-मोहम्मद के टेरर विंग के बारे में
जैश-ए-मोहम्मद में सबसे टॉप पर आतंकी सरगना मौलाना मसूद अजहर है। उसके नीचे मोहम्मद हसन का नाम आता है जो जैश का प्रवक्ता है, फिर जैश का प्रोपेगैंडा विंग आता है जिसको मौलाना कारी और मसूद अहमद हेड करते हैं। मौलाना सज्जाद उस्मान जैश का फाइनेंस इंचार्ज है। मौलाना मुफ्ती रऊफ असगर जैश के ऑपरेशन का चीफ कमांडर है। सैफुल्लाह शाकिर वैसे तो अल रहमत ट्रस्ट का चीफ है लेकिन ट्रस्ट के जरिए इसका काम भी टेरर फैलाना ही है। उसके बाद जैश के मिलिट्री अफेयर विंग का नंबर आता है जिसे इब्राहिम नाम का आतंकी हेड करता है। आखिर में लांच कमांडर होता है जिसके पास लाचिंग पैड का जिम्मा होता है। जैश में लांच कमांडर का जिम्मा मौलाना मुफ्ती मोहम्मद असगर उर्फ साद बाबा के पास है। जैश के टेरर विंग में मसूद अजहर के बाद सबसे अहम रोल ऑपरेशनल कमांडर का है, जो खुद मसूद का भाई रऊफ असगर है। रऊफ असगर इस वक्त मसूद अजहर की आंख-नाक-कान है, क्योंकि 50 साल का मसूद अब बूढ़ा हो रहा है, वो बीमार रहता है। लिहाजा उसने पिछले काफी वक्त से अपने भाई रऊफ असगर को जैश का वारिस घोषित कर दिया है, यानी चेहरा मसूद अजहर का है लेकिन जैश की जान उस तोते में बसती है जिसे रऊफ असगर कहा जाता है।
NIA ने चार्जशीट में कई कई बड़े खुलासे
NIA ने चार्जशीट में आरोपियों के खिलाफ पुख्ता सबूतों के साथ मजबूत केस बनाया है, इसमें आतंकियों की चैट, कॉल डिटेल्स को शामिल किया गया है। जो हमले में उनकी भूमिका को साबित करते हैं। विस्फोटक कहां से आया, हमले को अंजाम देने वाले पाकिस्तानी आतंकी किस रास्ते से दाखिल हुए, उनका गाइड कौन था, इन सबका खुलासा करना बहुत ही मुश्किल था क्योंकि बड़े साजिशकर्ताओं के पाकिस्तान में छिपे हैं और जिन आतंकी कमांडरों ने वारदात को अंजाम दिया उनमें से ज्यादा मारे गए थे। ऐसे में NIA ने इलेक्ट्रॉनिक सर्वेलांस के सहारे संयम के साथ जांच को आगे बढ़ाया और पूरी तरह डेड केस की तमाम परतें उधेड़कर रख दी।
एनआईए ने चार्जशीट में हमले की पूरी प्लानिंग का खुलासा किया है। NIA चार्जशीट के मुताबिक, 20 किलो RDX पाकिस्तान से लाया गया था। हमले में 200 किलो विस्फोटक का इस्तेमाल किया गया था, अमोनियम नाइट्रेट और अमोनियम पाउडर का प्रयोग किया गया। आतंकी शाकिर बशीर के घर विस्फोटक जमा किया गया, फरवरी के पहले हफ्ते में IED तैयार हो गया था। नीले रंग की मारुति ईको कार में विस्फोटक रखे गए, आतंकी आदिल डार ने आत्मघाती हमले को अंजाम दिया।
पुलवामा हमले की जांच के बाद पाकिस्तान एक बार फिर हुआ एक्सपोज
इसके बाद भी पाकिस्तान भारत पर हमले की साजिश रच रहा है। पाकिस्तानी इंटेलीजेंस ऐजेंसी ISI और जैश-ए-मोहम्मद एक बार फिर भारत पर हमले की तैयारी कर रहे हैं। अपने आतंकी भेजने और घुसपैठ करवाने के लिए पाकिस्तान की फौज फायरिंग करती है लेकिन भारतीय सेना की लगातार दबाव वाली रणनीति की वजह से इस समय पाकिस्तान बैकफुट पर है। इंडिया TV को इस बात की जानकारी मिली है कि क़रीबन अलग अलग 42 टैरर कैंप और लॉन्चिंग पैड पाकिस्तान अपनी आतंकवादी साज़िश रच रहा है। खबर के वीडियो में आप देख पाएंगे कि पाकिस्तानी आतंकी किन-किन इलाकों से घुसपैठ की कोशिश कर रहे हैं।
देखिए VIDEO