नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए फिदायीन हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए। पूरा देश इस वक्त गमगीन और गुस्से में हैं और पाकिस्तान के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन किया जा रहा है। मुंबई में भी लोगों का गुस्सा पटरी पर उतरा है। लोगों ने लोकल ट्रेन रोक दी और ट्रैक पर खड़े होकर पाकिस्तान के खिलाफ नारेबाजी की।
इससे पहले मुंबई के भिंडी बाज़ार में व्यापारियों ने विरोध में सभी दुकानें बंद रखी। इसके साथ ही मुस्लिम समाज पूरे इलाके में घूम-घूमकर तिरंगा लहराया और पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाए।
वहीं सुरक्षाबलों का एक्शन भी तेज़ हो गया है। पुलवामा से संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है। इन संदिग्धों के आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद से कनेक्शन की जांच चल रही है। इस बीच जांच एजेंसयों को उस गाड़ी के बारे में भी सुराग हाथ लगे हैं जिससे सीआरपीएफ के काफिले पर हमला हुआ था।
इस आतंकी हमले को अंजाम देने के लिए स्कॉर्पियो गाड़ी का इस्तेमाल किया गया था। उसके बारे में कई इनपुट सुरक्षा एजेंसियों को मिले हैं। तमाम सुरक्षा एजेंसियां अब कामरान और राशिद गाजी के साथ-साथ उन लोगों की भी तलाश में है जिन्होंने फिदायीन हमले के लिए विस्फोटकों का इंतज़ाम किया था।