नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर के पुलवामा आतंकी हमले में शहीद सीआरपीएफ के जवानों के शव विशेष विमान से दिल्ली लाए गए हैं। दिल्ली एयरपोर्ट पर शहीद जवानों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्रद्धांजलि दी। शहीद जवानों को गृह मंत्री राजनाथ सिंह, रक्षा मंत्री निर्मला सीतारामन, तीनों सेना के प्रमुख, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, दिल्ली के सीएम केजरीवाल ने भी श्रद्धा सुमन अर्पित किया। इससे पहले श्रीनगर में गृह मंत्री राजनाथ सिंह इस हमले में घायल जवानों से अस्पताल में मिले और उनका स्वास्थ्य की जानकारी ली। गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने भी शहीदों के पार्थिव शरीर को कंधा भी दिया।
सीआरपीएफ, एनआईए और गृह मंत्रालय के अधिकारियों के उच्चस्तरीय दल के साथ शुक्रवार यहां पहुंचते ही राजनाथ सिंह पास के सीआरपीएफ परिसर पहुंचे जहां दिवंगत जवानों की पार्थिव देह पर पुष्पचक्र चढ़ाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी गयी। बल की ओर से अंतिम श्रद्धांजलि के लिए बिगुल बजाया गया और जवानों ने शहीदों के सम्मान में शस्त्र उल्टा रखने की ‘शोक सलामी शस्त्र’ की परिपाटी को पूरा किया। इसके बाद दो मिनट का मौन रखा गया। इसके पश्चात गृह मंत्री ने एक जवान को कंधा दिया जिसकी पार्थिव देह को विमान से उसके पैतृक स्थल ले जाया जा रहा था।
गृह मंत्री सिंह, जम्मू कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक, गृह सचिव राजीव गौबा, सीआरपीएफ महानिदेशक आर आर भटनागर, जम्मू कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह और अन्य लोगों ने शहीद जवानों को पुष्पांजलि अर्पित की। सिंह ने कहा, ‘‘राष्ट्र हमारे बहादुर सीआरपीएफ जवानों के सर्वेाच्च बलिदान को नहीं भूलेगा। मैंने पुलवामा के शहीदों को अपनी अंतिम श्रद्धांजलि दे दी है। बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा।’’
अधिकारी के अनुसार जब तक ताबूतों को श्रीनगर हवाईअड्डे जा रहे ट्रक में रखा गया तब तक उपस्थित सभी गणमान्य लोग मौन खड़े रहे। जम्मू कश्मीर के पुलवामा में बृहस्पतिवार को जैश-ए-मोहम्मद के आत्मघाती हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गये और पांच घायल हो गये।