बहादुरगढ़: भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने शुक्रवार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गृह राज्य गुजरात में किसान नेताओं की बैठक करने के कार्यक्रम का खुलासा करते हुए कहा कि केंद्र सरकार जब तक किसानों के साथ किसी समझौते पर नहीं पहुंच जाती है तब तक दिल्ली की सीमा पर प्रदर्शन कर रहे किसान घर नहीं लौटेंगे। टिकैत की यह टिप्पणी उनके पहले के बयानों से अलग है जिसमें उन्होंने कहा था कि जब तक कानून वापस नहीं लिए जाते हैं तब तक घर वापसी नहीं होगी। यह तत्काल स्पष्ट नहीं हो पाया है कि क्या यह उनके रूख में किसी तरह के बदलाव को दर्शाता है।
सरकार किसान संगठनों से कहती आ रही है कि वह इन कानूनों को पूरी तरह वापस लेने की बजाये किसी दूसरे विकल्प पर विचार करें। उन्होंने कहा कि सरकार को किसान संगठनों के साथ बातचीत करनी होगी। टिकरी सीमा ‘दलाल खाप 84’ की ओर से आयोजित महापंचायत को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘यह आंदोलन तब तक जारी रहेगा जब तक केंद्र सरकार कमेटी से बातचीत कर किसी समझौते पर नहीं पहुंच जाती है।’’
उन्होंने दावा किया यह आंदोलन पूरे देश में फैला हुया है और यह केवल पंजाब, हरियाणा एवं उत्तर प्रदेश तक सीमित नही है जैसा कि कुछ लोग दावा कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि आने वाले दिनों में और महापंचायत आयोजित की जाएगी। उन्होंने बताया कि वे गुजरात जाएंगे।
टिकैत ने आरोप लगाया कि गुजरात के किसानों पर आंदोलन का समर्थन नहीं करने के लिये दबाब बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘हम लोग गुजरात एवं अन्य राज्यों में भी बैठक करेंगे।’’