नई दिल्ली: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विस्तार को लेकर संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले ने शनिवार को एक बड़ा ऐलान किया। दत्तात्रेय होसबाले ने कहा कि संघ ने अगले 3 सालों में यानि 2024 तक देश के हर मंडल तक अपने संगठन को पहुंचाने की योजना बनाई है। इसके साथ ही उन्होंने धर्मांतरण पर कहा कि इसे रुकना चाहिए और जिन लोगों ने धर्मांतरण कर लिया है उन्हें इस बारे में घोषणा करनी चाहिए।
‘2025 में पूरे होंगे संघ के 100 वर्ष’
कर्नाटक के धारवाड़ में चल रहे संघ के अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की बैठक के तीसरे और अंतिम दिन मीडिया से बात करते हुए दत्तात्रेय होसबाले ने कहा 2025 में संघ के 100 वर्ष पूरे होने वाले हैं और संघ ने अगले 3 वर्षों में यानि 2024 तक मंडल स्तर तक संगठन के कार्यों को पहुंचाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। इसके साथ ही संघ ने 2022 से 2025 तक कम से कम 2 साल का समय देने वाले कार्यकर्ताओं को भी तैयार करने का फैसला किया है।
‘जबरन धर्मांतरण को स्वीकार नहीं किया जा सकता’
मीडिया से बात करते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले ने धर्मांतरण को लेकर कहा कि किसी भी प्रकार से संख्या को बढ़ाना, धोखे से, लालच से मतांतरण ( धर्मांतरण) करवाना सही नहीं है। इसे स्वीकार नहीं किया जा सकता। एंटी कनवर्जन बिल का विरोध क्यों होता है, यह सबके सामने है। हिमाचल में कांग्रेस सरकार ने एंटी कनवर्जन बिल पारित किया, अरुणाचल में कांग्रेस सरकार ने अनुभव के आधार पर कानून पारित किया।
‘धर्मांतरण पर कानून का स्वागत करेगा संघ’
उन्होंने कहा कि धर्मांतरण रुकना चाहिए और जिन लोगों ने धर्मांतरण कर लिया है उन्हें घोषणा करनी चाहिए क्योंकि ऐसा करने वाले लोग दोनों तरफ लाभ नहीं ले सकते। उन्होंने यह भी कहा कि यदि धर्मांतरण को रोकने के लिए कानून बनता है तो संघ उसका स्वागत करेगा। कर्नाटक के धारवाड़ में 3 दिन तक चले विचार मंथन के बारे में बताते हुए दत्तात्रेय होसबाले ने कहा कि देश स्वतंत्रता का अमृत महोत्सव मना रहा है।
‘गुरु तेगबहादुर जी के 400वें प्रकाश वर्ष पर होगा कार्यक्रमों का आयोजन’
संघ भी विभिन्न संस्थाओं के साथ मिलकर इस अमृत महोत्सव के जरिए तमिलनाडु के वेलु नाचियार, कर्नाटक के अबक्का, रानी गाइदिन्ल्यू और कालापनी की सजा काटने वाले स्वतंत्रता आंदोलन के अज्ञात सेनानियों के जीवन को समाज के सामने लाने का कार्य करेगा। दत्तात्रेय होसबाले ने बताया कि संघ ने धर्म संस्कृति की रक्षा के लिए बलिदान देने वाले सिख पंथ के 9वें गुरु, गुरु तेगबहादुर जी के 400वें प्रकाश वर्ष पर संस्थाओं के साथ मिलकर कार्यक्रमों के आयोजन का भी फैसला किया है।
‘कोरोना की तीसरी लहर से निपटने को तैयार है संघ’
कोरोना काल में संघ के लाखों स्वयंसेवकों द्वारा किए गए सेवा कार्य का जिक्र करते हुए उन्होंने दावा किया कि अगर तीसरी लहर आती है तो भी संघ इससे निपटने को लेकर तैयार है, हालांकि इसके साथ ही उन्होने यह भी कहा कि ईश्वर से प्रार्थना है कि ऐसी स्थिति न बने। दीपावली पर पटाखों को प्रतिबंधित करने के मुद्दे पर प्रतिक्रिया देते हुए दत्तात्रेय होसबाले ने कहा कि इससे समस्या का समाधान नहीं होगा क्योंकि पर्यावरण संरक्षण प्रतिदिन का कार्य है और इस पर समग्रता से सोचना चाहिए।
‘प्रत्येक देश में जनसंख्या नीति होनी चाहिए’
जनसंख्या नीति पर प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि प्रत्येक देश में जनसंख्या नीति होनी चाहिए, और यह समाज के सभी वर्गों के लिए समान रूप से लागू होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक संसाधनों की उपलब्धता को ध्यान में रखते हुए जनसंख्या नीति बननी चाहिए। उन्होंने कहा कि सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत जी ने संघ द्वारा पूर्व में पारित प्रस्ताव के आधार पर ही पुनः स्मरण करवाया है।