नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी ने राहुल गांधी द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर 8000 करोड़ रुपए के प्लेन खरीदने के आरोप पर कहा कि यूपीए सरकार के तहत एक दशक पहले इन हवाई जहाजों को खरीदने की प्रक्रिया शुरू हुई थी। शायद यूपीए सरकार की अधिकांश अन्य पहलों की तरह राहुल गांधी भी इस खरीद को अस्वीकार करना चाहते हैं? बीजेपी ने कहा कि मोदी सरकार ने इस प्रक्रिया को एक तार्किक निष्कर्ष पर पहुंचा दिया है। ये विमान प्रधानमंत्री मोदी के विमान नहीं हैं, यह अन्य VVIP के लिए भी उपयोग किए जाएंगे। बीजेपी ने कहा कि ये विमान भारतीय वायु सेना के हैं न कि प्रधानमंत्री के।
इससे पहले पंजाब में खेती बचाओ यात्रा को लेकर मंगलवार को कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। इस दौरान उनसे जब यात्रा के दौरान ट्रैक्टर पर कुशन वाला सोफा लगाए जाने को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि कोई पीएम मोदी के महंगे प्लेन पर सवाल क्यों नहीं उठाता? उसमें तो एक नहीं 50 पलंग होंगे। मोदी ने 8000 करोड़ में वो प्लेन खरीदा है।
राहुल गांधी ने भारतीय जनता पार्टी के नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा था कि उन्हें मेरे ट्रैक्टर की गद्दी तो दिखी, लेकिन करदाताओं के आठ हजार करोड़ रूपये से खरीदा गया आरामदायक व आलीशान एयर इंडिया का जहाज नहीं दिखा। गांधी ने कहा था कि जो विमान अमरीका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के पास है। सिर्फ इसीलिये प्रधानमंत्री मोदी को भी ऐसा ही विमान चाहिए जिस पर लोगों के करोड़ों रुपए खर्च किए।
राहुल गांधी ने कहा था कि हैरानी की बात है कि कोई व्यक्ति वीवीआईपी बोइंग 777 को खरीदने के लिए इतनी बड़ी रकम को नहीं देख रहा और कोई उनसे इस बारे में सवाल भी नहीं पूछ रहा, लेकिन मेरे ट्रैक्टर की गद्दी पर श्री मोदी के शुभचिंतकों की निगाहें लगी हुई थीं।