नागपुर: बीते कुछ दिनों से जारी नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) विरोध में प्रदर्शन के बाद अब लोग इसके समर्थन में भी जुटने लगे है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, CAA के समर्थन में नागपुर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के समर्थक संगठनों के लोग भारी मात्रा सड़कों पर उतर आए हैं। RSS के नागपुर महानगर संघचालक राजेश लोया के नेतृत्व में यशवंत स्टेडियम में शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया जा रहा है। वहीं, मुंबई और बेंगलुरु में भी CAA के समर्थन में लोगों की भारी भीड़ जुटी है और लोग शांतिपूर्ण प्रदर्शन में हिस्सा ले रहे हैं।
CAA का समर्थन बीजेपी, RSS और लोक अधिकार मंच समेत कई और संगठन भी कर रहे हैं। आपको बता दें कि CAA के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान देश के विभिन्न हिस्सों में हिंसा की खबरें आई है जिनमें कई लोगों की जान गई है। उत्तर प्रदेश में शनिवार को और हिंसा हुई तथा कानपुर एवं रामपुर में भीड़ ने आगजनी की और पुलिस के साथ उनकी झड़प हुई, फलस्वरूप एक व्यक्ति की मौत हो गयी। बिहार में विपक्षी राष्ट्रीय जनता दल के बंद के दौरान बड़े पैमाने पर तोड़फोड़ हुयी तथा रेल एवं सड़क यातायात बाधित हुआ। उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में गुरुवार से हिंसा में अब तक कम से कम 16 लोग मारे जा चुके हैं।
असम और पश्चिम बंगाल में स्थिति शांतिपूर्ण रही जबकि मेघालय में इंटरनेट सेवाएं बहाल कर दी गयी। असम में प्रदर्शनकारियों ने संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ रैलियां निकालीं। बिहार में राजद के बंद के दौरान सभी जिलों में उसके समर्थक हाथों में लाठियां और पार्टी के झंडे लेकर बस स्टैंडों, रेलवे मार्गों और अन्य महत्वपूर्ण स्थानों पर जमा हुए। वे रेल पटरियों पर बैठ गये और उन्होंने ट्रेनों की आवाजाही में रूकावट पैदा की। भागलपुर, मुजफ्फरपुर और पटना के बाहरी इलाकों में प्रदर्शनकारियों ने बंद के बाद भी सड़कों पर चल रही टैक्सियों और तिपहिया वाहनों के शीशे तोड़ दिए।
चेन्नई समेत दक्षिण भारत के कई हिस्सों में विरोध प्रदर्शन हुए। चेन्नई में रेलवे स्टेशन पर माकपा कार्यकर्ताओं ने ट्रेनें रोकने की कोशिश की जिसे पुलिस ने विफल कर दिया। केरल में कांग्रेस ने सभी जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन किया। तमिलनाडु और केरल में कई स्थानों पर प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प भी हुई। कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा मंगलुरू गये और उन्होंने 2 व्यक्तियों के परिवारों से भेंट की जो गुरुवार को प्रदर्शन के दौरान पुलिस गोलीबारी में मारे गए थे।