नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को द्वारका के राम लीला मैदान से लोगों से अपील की कि वे नवरात्र की भावना को आगे ले जाते हुए महिलाओं को और सशक्त बनाने एवं उनकी गरिमा की रक्षा करने के लिए काम करें। उन्होंने लोगों से अपील की कि महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए वे भोजन बर्बाद नहीं करने, ऊर्जा एवं जल का संरक्षण करने और एक बार इस्तेमाल होने वाली प्लास्टिक का प्रयोग बंद करने का संकल्प लें।
मोदी ने लोगों से कहा कि ‘‘यदि हम वास्तव में भगवान राम की अनुभूति करना चाहते हैं’ तो अपने भीतर के असुर को मारना होगा। उन्होंने कहा, ‘‘हमारी कमजोरियों को हराना हमारा कर्तव्य है।’’ उन्होंने कहा कि जिस देश में नवरात्र में देवी की पूजा की जाती है, वहां लोगों को इस त्यौहार की भावना को आगे ले जाते हुए महिलाओं को और सशक्त बनाने के साथ साथ उनकी गरिमा की रक्षा करने की दिशा में काम करना चाहिए।
प्रधानमंत्री मोदी ने द्वारका श्री राम लीला सोसाइटी में आयोजित दशहरा समारोह में यह बात कही। इस कार्यक्रम में बुराई पर अच्छाई की जीत के प्रतीक के रूप में रावण, कुम्भकर्ण और मेघनाद के पुतले जलाए गए। प्रधानमंत्री मोदी ने लोगों को दशहरा की बधाई देते हुए कहा कि भारत उत्सवों का देश है। उन्होंने कहा, ‘‘उत्सव हमारे देश का जीवन हैं। इस दीपावली हमें अपनी उन बेटियों को सम्मानित करना चाहिए जिन्होंने कुछ हासिल किया है या दूसरों को प्रेरित किया है।’’
पीएम मोदी ने कहा, ‘‘उत्सव हमें जोड़ते हैं, हमें उत्साह से भरते हैं और हमारे सपनों को सजाते हैं। उत्सव भारत में सामाजिक जीवन का प्राणतत्व हैं। गीत, नृत्य एवं नाटक जैसी कला विधाएं हमारे देश के त्यौहारों से अभिन्नता से जुड़ी हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘इसी लिए भारतीय परम्परा इंसानों को जन्म देती है, रोबोट को नहीं। वर्षभर में आने वाले उत्सव लोगों को क्लब संस्कृति से दूर रखते है। ये उत्सव मानवता और संवेदनशीलता के गुणों को उभारते हैं।’’
प्रधानमंत्री ने विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय काम करने वाली बेटियों को सम्मानित करने की मुहिम की अपील दोहराई। उन्होंने ‘मन की बात’ में भी यही अपील की थी। मोदी ने साथ ही कहा कि आज वायुसेना दिवस भी मनाया जा रहा है और देश को वायुसेना पर गर्व है। पीएम मोदी ने कहा, ‘‘आज विजयादशमी का पावन पर्व है और साथ ही आज वायुसेना दिवस भी है। हमारे देश की वायुसेना पराक्रम की नई-नई ऊंचाइयां छू रही है। आज विजयादशमी का पावन पर्व है और जब हम भगवान हनुमान को याद करते हैं तब हमें विशेष रूप से वायुसेना और उसके वीर जवानों को याद करना चाहिए। हमें उन्हें उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं देनी चाहिए।’’
प्रधानमंत्री ने ‘जय श्रीराम’ के उद्घोष से अपना भाषण शुरू और समाप्त किया। मोदी ने मंच पर राम और लक्ष्मण की भूमिका निभा रहे प्रतिभागियों के माथे पर तिलक लगाया। द्वारका श्री रामलीला सोसाइटी के अध्यक्ष राजेश गहलोत ने बताया कि रावण का 107 फुट ऊंचा पुतला और कुम्भकर्ण एवं मेघनाद के पुतले पर्यावरण अनुकूल पटाखों से तैयार किए गए थे। डीडीए मैदान के चार प्रवेश एवं निकास बिंदुओं को भारत के नक्शे का आकार दिया गया था। ऐसा पहली बार है जब मोदी ने द्वारका में दशहरा मनाया है। वह अक्सर रामलीला मैदान में दशहरा मनाते थे जहां कई गणमान्य हस्तियां यह उत्सव मनाती हैं। मोदी ने 2016 में लखनऊ में दशहरा मनाया था।