नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को विज्ञान भवन में 'आरोग्य मंथन' के कार्यक्रम में भाग लेने पहुंचे। आयुष्मान भारत योजना के एक वर्ष पूरा होने के उपलक्ष्य में राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण द्वारा दो दिवसीय आरोग्य मंथन कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने ‘साल एक-आयुष्मान अनेक’ नाम से एक डाक टिकट और 'पीएम जन आरोग्य ऐप' भी लॉन्च किया है।
इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने कहा कि आयुष्मान भारत का ये पहला वर्ष संकल्प, समर्पण, सीख का रहा है। ये भारत की संकल्प शक्ति ही है कि दुनिया की सबसे बड़ी हेल्थ केयर स्कीम हम भारत में सफलता के साथ चला रहे है। इस सफलता के पीछे समर्पण की भावना है। ये समर्पण देश के हर राज्य और केंद्र शासित प्रदेश का है। उन्होनें कहा कि देश के 46 लाख गरीब लोगों में बीमारी की निराशा से स्वस्थ होने की आशा जगाना बहुत बड़ी सिद्धि है। इस एक वर्ष में किसी एक व्यक्ति की जमीन, घर, गहने या कोई अन्य सामान बिकने से बचा है तो ये आयुष्मान भारत की बहुत बड़ी सफलता है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि PM-JAY अब गरीबों की जय बन गई है। जब गरीब का बच्चा या घर का एक मात्र कमाने वाला स्वस्थ होकर निकलता है तो आयुष्मान होने का अर्थ समझ आता है।इस महान कार्य में जुटे हर साथी को मैं साधुवाद देता हूं, बधाई देता हूं। उन्होनें कहा कि आयुष्मान भारत न्यू इंडिया के क्रांतिकारी कदमों में से एक है। सिर्फ इसलिए नहीं कि ये सामान्य मानवी के जीवन को बचाने में अहम भूमिका निभा रहा है। बल्कि ये देश के 130 करोड़ लोगों के सामूहिक संकल्प और सामर्थ्य का भी प्रतीक है।