नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात के बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण करेंगे। मूसलाधार बारिश ने उत्तरी गुजरात के कई हिस्सों को अपनी चपेट में लिया है। नदियों में क्षमता से अधिक पानी की वजह से बनासकांठा और पाटन जिले में बाढ़ आ गयी है जिसकी वजह से सरकार को हाईअलर्ट घोषित करना पड़ा। राहत और बचाव कार्य के लिये सेना, वायुसेना और एनडीआरएफ की टीमों को बुलाया गया है। करीब 2200 लोगों को सुरक्षित जगहों पर भेजा गया है जबकि 460 अन्य लोगों को बचाया गया।
बनासकांठा जिले में सबसे ज्यादा बारिश दंतीवाड़ा में 342 मिमी हुई जिसके बाद पालनपुर में 255 मिमी, अगरीगढ़ में 246 मिमी और धनेरा में 216 मिमी बारिश दर्ज की गयी। मुख्यमंत्री विजय रूपानी ने स्थिति की समीक्षा के लिये बैठक बुलाई। उन्होंने कहा कि पड़ोसी राजस्थान में हो रही भारी बारिश की वजह से दोनों जिलों में नदियों और बांधों में पानी का बहाव बढ़ गया है जिससे स्थिति और खराब हो गयी है। राजस्थान के जालौर, पाली और सिरोही जिलों में बारिश हुई जिससे बाढ़ आई और कई लोग फंस गये। रूपानी ने कहा कि राहत टीमें यह सुनिश्चित कर रही हैं कि निचले इलाके में रह रहे सभी लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया जा सके।