तिरूवनंतपुरम: राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने आज कहा कि देश की अर्थव्यवस्था और रोजगार सृजन का भविष्य काफी हद तक डिजिटल इंडिया में राष्ट्र को हासिल हुई सफलता पर निर्भर करता है। केरल सरकार की महत्वाकांक्षी टेक्नोसिटी परियोजना को शुरू करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि आने वाले कल की नौकरियां ज्यादातर डिजिटल सेवाओं और इंटरनेट से हासिल किए जाने वाले दूसरे अवसरों से आयेंगी।
कोविंद ने यह भी कहा कि अपने अंतर्निहित संसाधनों और क्षमताओं के साथ केरल डिजिटल इंडिया के लिए संभावित ऊर्जा केंद्र है। राष्ट्रपति ने कहा, यह भारत का सबसे जुड़ा हुआ राज्य है और मोबाइल फोन पैठ के मामले में इसका स्तर सबसे ज्यादा है।
उन्होंने स्वास्थ्य, शिक्षा, पर्यटन और आईटी क्षेत्र में इस दक्षिणी राज्य द्वारा हासिल की गयी उपलब्धियों की भी जमकर तारीफ की। केरल के बढ़ते हुए आईटी क्षेत्र का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार मुफ्त इंटरनेट की सुविधा देकर डिजिटल खाई को पाटने के लिये कदम उठा रही है।
यहां के पल्लीप्पुरम में करीब 400 एकड़ के परिसर में टेक्नोसिटी बनाई जा रही है जिसका उद्देश्य इस संबंध में तेजी से उभरती उच्च गुणवत्ता वाली तकनीक, शोध और विकास को बढ़ावा देना है। राष्ट्रपति ने परिसर में पहली सरकारी आईटी इमारत की आधारशिला रखी। इस मौके पर मुख्यमंत्री पिनराई विजयन, राज्यपाल पी सतशिवम, राज्य मंत्री कडकाम्पल्ली सुरेंद्रन और प्रदेश सरकार के प्रमुख अधिकारी मौजूद थे।
मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने कहा कि सरकारी आईटी इमारत के 2019 तक पूरा हो जाने की उम्मीद है और इस टेक्नोसिटी से एक लाख अतिरिक्त रोजगार सृजित होने की संभावना है।