नई दिल्ली। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने रविवार को करगिल विजय दिवस के अवसर पर आर्मी आरएंडआर अस्पताल को उपकरण खरीदने के लिए 20 लाख रुपये दान किए। इस पैसे का उपयोग कोविड-19 योद्धाओं के लिए एयर फिल्टरिंग उपकरण खरीदने के लिए किया जाएगा। सशस्त्र बलों के सर्वोच्च कमांडर के रूप में राष्ट्रपति ने अस्पताल के फ्रंटलाइन कोविड योद्धाओं के मनोबल को बढ़ाने के लिए यह कदम उठाया है।
करगिल युद्ध में बहादुरी से लड़ने वाले और सर्वोच्च बलिदान देने वाले सैनिकों को श्रद्धांजलि के रूप में, राष्ट्रपति ने दिल्ली के आर्मी हॉस्पिटल (रिसर्च एंड रेफरल) को 20 लाख रुपये का चेक उपकरण खरीदने के लिए दिया। रविवार को करगिल युद्ध की जीत की 21वीं वर्षगांठ मनाई गई। 26 जुलाई, 1999 को ऑपरेशन विजय के तहत भारतीय सेना ने पाकिस्तान को हराया था। तब से इस दिन को देश के वीर जवानों के अदम्य साहस, वीरता और अमर बलिदान की याद में करगिल विजय दिवस के रूप में मनाया जाता है।
कोविड से लड़ने के लिए दवाई और उपकरण खरीदने में होगा इस्तेमाल
बता दें कि, राष्ट्रपति की ओर से दान की गई धनराशि का इस्तेमाल कोविड से लड़ने के लिए उपकरण और दवाइयां खरीदने में किया जाएगा। इसका इस्तेमाल पावर्ड एयर प्यूरिफाइंग रेस्पाइरेटर (PAPR) खरीदने में भी किया जाएगा। PAPR का इस्तेमाल डॉक्टर सर्जरी करते वक्त करते हैं। यह सांस लेने में मदद करता है और इन्फेक्शन होने से भी रोकता है। इस उपकरण से कोविड का इलाज करने वाले लोगों को भी मदद मिलेगी।
राष्ट्रपति भवन के खर्च में कटौती कर जुटाया गया धन
राष्ट्रपति भवन से जारी एक बयान में कहा गया कि राष्ट्रपति भवन में खर्च में किफायत के चलते सेना के आरएंडआर अस्पताल में राष्ट्रपति का यह योगदान संभव हो पाया है। राष्ट्रपति ने राष्ट्रपति भवन में विभिन्न उपायों के जरिए खर्च कम करने के निर्देश जारी किए थे। इसी पहल की अगली कड़ी के रूप में उन्होंने एक लिमोजिन खरीदने के प्रस्ताव को टाल दिया था जिसे औपचारिक अवसरों के लिए इस्तेमाल किया जाना था। बयान में कहा गया, "यह भी उम्मीद है कि राष्ट्रपति का यह कदम अन्य लोगों और संगठनों को खर्च कम करने और बचत के पैसों का उपयोग कोविड योद्धाओं की मदद के लिए करेगा।" (इनपुट- IANS)