नई दिल्ली: होली के बाद आने वाले दिनों में भीषण गर्मी पड़ने वाली है। मार्च से मई तक तापमान पिछले 50 साल की तुलना में सामान्य से 1 डिग्री सेल्सियस होगा जो उत्तर-पश्चिमी राज्यों दो से ढाई डिग्री तक पहुंच सकता है। यह कहना है मौसम विभाग का। उनका कहना है कि वैसे तो देश भर में तापमान काफी ज्यादा रहने की संभावना है, लेकिन इन महीनों में उत्तर भारत में सबसे ज्यादा गर्मी रहने का अनुमान है। दिल्ली, हरियाणा, पंजाब और राजस्थान में सामान्य से 1.5 डिग्री सेल्सियस ज्यादा तापमान रह सकता है। वहीं हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड जैसे पहाड़ी इलाकों में सामान्य से 2.3 डिग्री सेल्सियस ज्यादा तापमान रह सकता है।
मौसम विभाग के अनुसार पिछले तीन-चार सालों से करीब-करीब यही रुझान देखे जा रहे हैं, लेकिन इस बार गर्मी का सबसे ज्यादा असर उत्तरी राज्यों में रहेगा, जिसमें जम्मू कश्मीर, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और उत्तर प्रदेश शामिल हैं। मौसम विभाग ने बताया कि जिन राज्यों में लू चलती है, वहां पर लू का प्रकोप कहीं ज्यादा रहने वाला है और यदि तापमान में बढ़ोतरी होती है तो जलवायु परिवर्तन का प्रकोप साफ तौर से देखा जा सकता है जिसका सीधा-सीधा असर उत्तर भारत में पड़ने वाली गर्मी से लगाया जा सकता है।
वहीं मुंबई में तो गर्मी ने अपना असर अभी से दिखाना शुरू कर दिया है। जहां फरवरी के महीने में तापमान सामान्य रहता है, वहीं इस बार फरवरी के आखिरी दिनों में तापमान सामान्य से ज्यादा रहा। मुंबई, रत्नागिरी और रायगड के भीरा में तापमान इन दिनों सामान्य से 5 डिग्री सेल्सियस ज्यादा दर्ज किया गया। मौसम विभाग का अनुमान है कि मुंबई और आसपास के तटीय इलाकों में आने वाले 48 घंटों में गर्म हवाओं का सामना करना पड़ सकता है।