Prashant kishor retirement News: पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के राजनीतिक रणनीतिकार रहे प्रशांत किशोर ने रविवार को बड़ा ऐलान किया है। समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने कहा कि वह ‘‘इस स्थान से हट रहे हैं’’ और आगे किसी दल के लिए रणनीति नहीं बनाएंगे। यानि प्रशांत किशोर ने चुनावी प्रबंधन और IPAC का काम छोड़ने का ऐलान कर दिया है।
पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी के चुनावी रणनीतिकार रहे प्रशांत किशोर ने कहा कि चुनावी प्रबंधन और IPAC का काम छोड़ रहा हूं। उन्होंने कहा, वह ये काम छोड़ रहे हैं क्योंकि वह अब कुछ और करना चाहते हैं। किशोर ने कहा कि निर्वाचन आयोग भाजपा के सहयोगी की तरह काम करता रहा है। उन्होंने कहा कि वह पश्चिम बंगाल और तमिलनाडु में अपने चुनावी प्रबंधन में लड़े गए विधानसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) और डीएमके की जीत से काफी खुश हैं।
निर्वाचन आयोग के लिए कही ये बड़ी बात
चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने राजनीतिक रणनीतिकार के करियर से विदा लेते-लेते कहा कि भाजपा को धर्म का इस्तेमाल करने देने से लेकर मतदान कार्यक्रमों और नियमों में ढील देने तक, निर्वाचन आयोग ने भगवा पार्टी की सहायता करने के लिए सब कुछ किया। प्रशांत किशोर ने कहा कि इस तरह का पक्षपाती निर्वाचन आयोग कभी नहीं देखा, उसने भाजपा की मदद के लिए तमाम कदम उठाए।
क्या पीके की बात सच साबित होगी
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के लिए चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने दावा किया था कि ममता बनर्जी को वापस सत्ता मिलेगी। साथ ही यह भी कहा था कि इस चुनाव में बीजेपी को बंगाल में 100 से ज्यादा सीटें मिलीं तो वह चुनावी रणनीतिकार के रूप में अपना पेशा छोड़े देंगे और कुछ दूसरा काम करेंगे। प्रशांत किशोर ने कहा था कि अगर बीजेपी बंगाल में 100 से ज्यादा सीटें जीती, मैं नौकरी छोड़ दूंगा, मैं आईपीएसी (IPAC) भी छोड़ दूंगा। मैं कुछ और करूंगा लेकिन ये नहीं। प्रशांत किशोर ने कहा था कि मैं यह काम छोड़ दूंगा और आप मुझे आगे किसी और राजनीतिक अभियान के लिए काम करते नहीं देखेंगे।