नई दिल्ली: पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का सोमवार को निधन हो गया। 84 वर्षीय प्रणब मुखर्जी दिल्ली आर्मी हॉस्पिटल में भर्ती थे। इसी महीने उनकी ब्रेन सर्जरी हुई थी। अस्पताल में भर्ती होने के दौरान उन्हें कोरोना वायरस भी डिटेक्ट हुआ था। उनके फेफड़े में इंफेक्शन भी बढ़ गया था, जिस कारण उन्हें वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया था। वह कोमा में थे और सोमवार को उनका निधन हो गया।
आज उनका पार्थिव शरीर उनके आवास 10 राजाजी मार्ग पर नौ बजे से अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा। अंतिम दर्शन का समय तय किया गया है। 9.15 बजे से 10.15 बजे तक आधिकारिक गणमान्य व्यक्ति अंतिम दर्शन कर सकेंगे। उनके बाद 10.15 बजे से 11 बजे तक अन्य गणमान्य व्यक्ति दर्शन कर सकेंगे और फिर 11 बजे से 12 बजे तक का समय आम लोगों के लिए रखा गया है।
रक्षा मंत्रालय की ओर से जारी बयान में बताया गया कि कोरोना वायरस के कारण सोशल डिस्टेंसिंग और अन्य मानकों को ध्यान में रखते हुए अंतिम संस्कार के लिए पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का पार्थिव शरीर गन कैरेज से नहीं बल्कि शव वाहन से ले जाया जाएगा। मंत्रालय ने कहा कि गृह मंत्रालय की ओर से जारी सभी कोरोना वायरस के प्रोटोकॉल को फॉलो किया जाएगा।