नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने सचिन वाजे के मामले में कहा कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को अपने पद पर रहने का कोई अधिकार नहीं हैं। जावड़ेकर ने कहा कि इससे पहले दुनिया ने कभी नहीं देखा कि पुलिस ने ही बम लगाया हो। क्या यह सामान्य है? यह एक असाधारण मामला है। उन्होंने कहा कि सीएम को अपने पद पर बने रहने का कोई अधिकार नहीं है। एटीएस द्वारा कथित रूप से उनके भरोसेमंद कर्मी ने बम लगाया है, यह क्या दिखाता है?
लोकसभा और राज्यसभा में उठा मुद्दा
महाराष्ट्र में मुंबई पुलिस कमिश्नर के पद से हटाए गए परमबीर सिंह के पत्र का मुद्दा सोमवार को लोकसभा और राज्यसभा में उठा। दोनों सदनों में भारतीय जनता पार्टी ने इस मुद्दे पर हंगामा किया। हंगामे की वजह से राज्यसभा को स्थगित करना पड़ा। लोकसभा में मुंबई उत्तर पूर्व से सांसद मनोज कोटक ने इस मुद्दे पर महाराष्ट्र के गृह मंत्री तथा मुख्यमंत्री के त्यागपत्र की मांग रखी।
मुंबई उत्तर पूर्व से भारतीय जनता पार्टी सांसद मनोज कोटक ने कहा कि महाराष्ट्र जैसे प्रगतिशील राज्य में जो पिछले दिनो से घटना चल रही है और उस घटना में जिस तरह के मामले सामने आ रहे हैं कि पुलिस अधिकारी मुख्यमंत्री की चिट्ठी लिखता हौ उसमें महाराष्ट्र के गृह मंत्री के बारे में बताता है कि एक पुलिस अधिकारी को बुलाकर 100 करोड़ की उगाही करने के लिए कहता है।
उन्होंने कहा कि इस मामले पर मुख्यमंत्री कुछ नहीं बोल रहे हैं, महाराष्ट्र की सरकार जिस तरह चल रही है उसको लेकर महाराष्ट्र के लोगों में धारणा है यह लूटपाट करने के लिए और व्यापारियों को डराने के लिए सरकार सरकार अपने तंत्र का इस्तेमाल कर रही है। मेरी सरकार से मांग है कि इसपर कार्रवाई होनी चाहिए और सीबीआई से जांच होनी चाहिए। महाराष्ट्र की सरकार में मुख्यमंत्री और गृहमंत्री को त्यागपत्र होना चाहिए।
भाजपा सांसद पूनम महाजन ने कहा कि जब एक API से 6000 करोड़ की अपेक्षा हो रही होगी तो समझिए NCP के गृहमंत्री और कितने API से पैसा वसूल करना चाहते हैं यह भी बहुत सवालिया निशान खड़ा करता है। मुझे यह भी समझ नहीं आ रहा कि जब गृहमंत्री NCP का है और वो बोल रहे हैं कि हम पैसा भी लेंगे और त्यागपत्र भी नहीं देंगे, शिवसेना को मिर्ची लगी है इसका समझ नहीं आ रहा कौन किसकी चाकरी कर रहा है और कौन किसके लिए काम कर रहा है।
आपको बता दें कि परमबीर सिंह ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को लिखे अपने पत्र में गृह मंत्री अनिल देशमुख पर आरोप लगाया है कि गृह मंत्री सस्पेंड असिस्टेंट पुलिस इंस्पेक्टर सचिन वाजे के जरिए मुंबई में अवैध 100 करोड़ रुपए की उगाही करवाते थे। केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने भी लोकसभा में इस मुद्दे को उठाया।