नई दिल्ली: राजनीतिक दलों ने पिछले साल पांच राज्यों में एकत्र की गई राशि से ज्यादा धन खर्च किया और एक रिपोर्ट के अनुसार पार्टियों ने सिर्फ 355 करोड़ रुपये ही जमा किए लेकिन उन्होंने 573 करोड़ रुपये से ज्यादा खर्च किए।
ये आंकड़े असम, केरल, पुडुचेरी, तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल में चुनावों के दौरान राष्ट्रीय तथा क्षेत्रीय दोनों प्रकार के दलों से संबंधित हैं।
थिंक टैंक एसोसिएशन फार डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) की रिपोर्ट के अनुसार 2016 में पांच राज्यों में विधानसभा चुनावों के दौरान राष्ट्रीय दलों ने 287.89 करोड़ रुपये एकत्र किए और उनका कुल खर्च 188.12 करोड़ रुपये था।
इसमें कहा गया है कि क्षेत्रीय दलों ने 67.22 करोड़ रुपये एकत्र किए और 213.97 करोड़ रुपये खर्च किए। रिपोर्ट के अनुसार कई राजनीतिक दलों ने नकद और चैक के जरिए खर्च की घोषणा करते हुए उनके द्वारा अपने उम्मीदवारों पर किए गए खर्च को शामिल नहीं किया।
पिछले साल यानी 2016 में राष्ट्रीय और क्षेत्रीय दलों ने कुल 573.24 करोड़ रूपए खर्च किए। इसमें विज्ञापन, यात्रा व्यय, अन्य खर्च तथा उम्मीदवारों को किए गए भुगतान शामिल हैं। राष्ट्रीय दलों में भाजपा सबसे आगे रही और उसने 131.72 करोड़ रुपये एकत्र किए। क्षेत्रीय दलों में सपा ने सबसे ज्यादा 35.66 करोड़ रुपये एकत्र किए।