मुंबई: महाराष्ट्र में डॉ बाबासाहेब आंबेडकर की 129वीं जयंती पर अलग-अलग पार्टियों के नेताओं ने दलितों के इस महान नेता को श्रद्दांजलि दी और लोगों से घरों में रहकर दीये जलाने का आह्वान किया। कोरोना वायरस प्रकोप के कारण लागू लॉकडाउन के कारण मध्य मुंबई स्थित संविधान निर्माता आंबेडकर के स्मारक चैत्य भूमि में नेताओं और अनुयायियों ने उत्सव के लिए कोई सभा नहीं की। केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले ने लोगों से घरों में रहने की अपील की। उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘‘बाबासाहेब के चित्र पर सुबह 11 बजे माला चढ़ाएं और शाम को अपने घरों के बाहर समानता का दीपक जलाएं।’’
मंत्री ने कहा कि आंबेडकर ने समाज में व्याप्त भेदभाव को दूर कर समानता का मार्ग दिखाया था। राकांपा अध्यक्ष शरद पवार ने कहा कि आंबेडकर ज्ञान के प्रतीक थे। उन्होंने कहा, ‘‘हम अपने घरों में रहकर ज्ञान के प्रतीक आंबेडकर को श्रद्धांजलि दें। आइए भारती के संविधान को समर्पित एक दीप जलाएं।” मुंबई कांग्रेस के अध्यक्ष एकनाथ गायकवाड़ ने अपने संदेश में कहा,‘‘हमें एक न्यायपूर्ण और सबके लिए समान भारत की दिशा में काम करने का प्रयास करना चाहिए।
आंबेडकर हमारे संविधान के निर्माता थे और हमारे देश के महानतम संस्थानों के पीछे की प्रेरक शक्ति भी थे।’’ महाराष्ट्र कांग्रेस ने अपने ट्विटर हैंडल पर आंबेडकर को ‘‘सामाजिक समानता का महान योद्धा’’बताया। शिवसेना नेता और राज्य के पर्यटन मंत्री आदित्य ठाकरे ने ट्वीट कर कहा, ‘‘भारतीय संविधान के निर्माता भारत रत्न बाबासाहेब आंबेडकर को मेरी विनम्र श्रद्धांजलि।’’ भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फणनवीस ने भी ट्वीट कर आंबेडकर को श्रद्धांजलि देकर उनके प्रति अपना सम्मान व्यक्त किया।