जम्मू: जम्मू की विभिन्न राजनीतिक पार्टियों के प्रतिनिधियों ने यहां दौरे पर आए भारतीय चुनाव आयोग की टीम से मुलाकात की और राज्य में विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनावों के एक साथ ही कराने की वकालत की। अधिकारियों ने बताया कि मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा की अध्यक्षता में यह टीम दो दिवसीय दौरे के दूसरे चरण में जम्मू पहुंची और उसने विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ चर्चा की। इनमें भाजपा, कांग्रेस, नेशनल कॉन्फ्रेंस, पीडीपी, माकपा और नेशनल पैंथर्स पार्टी (एनपीपी) शामिल थीं।
भारत के चुनाव आयोग ने सोमवार को इसी तरह की कवायद श्रीनगर में भी की। आयोग लोकसभा और विधानसभा चुनावों को साथ कराने की संभावना का आकलन करने का प्रयास कर रहा है। पार्टी विचारधारा से इतर लगभग सभी पार्टियों के प्रतिनिधियों ने लोकसभा चुनावों के साथ ही राज्य में विधानसभा चुनाव कराने के लिए आयोग को समझाने का प्रयास किया।
भाजपा के वरिष्ठ नेता और जम्मू-कश्मीर के पूर्व उप मुख्यमंत्री कविंद्र गुप्ता ने चुनाव आयोग की टीम से पार्टी के शिष्टमंडल की मुलाकात के बाद संवाददाताओं से कहा, “जम्मू के साथ ही लद्दाख क्षेत्र और कश्मीर के कई जिलों में शांति बनी हुई है और राज्य में सरकार बहाल करने के लिए चुनाव चरणबद्ध तरीके से कराए जा सकते हैं। हम दोनों चुनाव साथ कराने के पक्ष में हैं।”
कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष और पूर्व मंत्री रमन भल्ला ने कहा कि कांग्रेस कभी भी लोकतांत्रिक अभ्यास से पीछे नहीं हटी है और राज्य में चुनाव करा कर लोकतंत्र बहाल करना चुनाव आयोग की जिम्मेदारी है। अधिकारियों ने बताया कि चुनाव आयोग की टीम पुलिस महानिदेशक, मुख्य सचिव और वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों से मुलाकात करेगी और अंतिम निर्णय लेने से पहले सुरक्षा स्थितियों पर जानकारी जुटाएगी। राज्य में 19 दिसंबर 2018 से राष्ट्रपति शासन लागू है।