नई दिल्ली। मंगलवार को देश के पूर्व रक्षा मंत्री जॉर्ज फर्नांडीस का 88 वर्ष की आयू में निधन हो गया, जॉर्ज फर्नांडीस जमीन से उठे हुए नेता था, उन्होंने ट्रेड यूनियन के नेता के तौर पर अपना राजनीतिक सफर शुरू किया था और देश के रक्षामंत्री पद तक पहुंचे थे।
60 के दशक की शुरुआत में जार्ज फर्नांडीस एक ट्रड यूनियन नेता होते थे और उसी समय वे मुंबई में राम मनोहर लोहिया की संयुक्त सोशलिस्ट पार्टी के सदस्य बने थे। 1966 के चुनावों में जॉर्ज फर्नांडीस ने कांग्रेस के बड़े नेता एस के पाटिल को हराकर लोकसभा में प्रवेश किया था। 1974 के दौरान उन्होंने देशभर में रेलवे का चक्का जाम किया जिसने केंद्र सरकार को हिलाकर रख दिया था।
आपातकाल के दौरान जॉर्ज फर्नांडीस ने अंडरग्राउंड होकर अपनी मुहिम को जारी रखा लेकिन 1976 में उन्हें बड़ौदा डायनामाइट केस को लेकर गिरफ्तार किया गया और जेल भेज दिया गया। 1977 में जॉर्ज फर्नांडीस ने जेल से ही चुनाव लड़ा और जीते भी। चुनाव जीतने के बाज 1977 में जॉर्ज फर्नांडीस को जनता पार्टी की सरकार में पहले संचार मंत्री और फिर उद्योग मंत्री बनाया गया।
जॉर्ड फर्नांडीस 1989 में वीपी सिंह की सरकार में भी मंत्री बने, उस समय उनको रेलवे मंत्रालय का जिम्मा सौंपा गया। अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार के दौरान जॉर्ज फर्नांडीस को रक्षा मंत्री बनाया गया था।