हैदराबाद: पुलिस ने सोमवार को कहा कि कुछ शरारती तत्व सोशल मीडिया पर कश्मीर के नाम पर चित्र और भड़काऊ वीडियो फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। पुलिस ने ऐसा करने वालों की चेतावनी दी है कि अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ आपराधिक कार्रवाई की जाएगी। शहर पुलिस आयुक्त अंजनि कुमार ने कहा कि ऐसा पता चला है कि कुछ शरारती तत्व सोशल मीडिया पर और खासतौर से व्हाट्सएप पर भड़काऊ वीडियो और फोटो फैलाने की कोशिश कर रहे हैं।
कुमार ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा, ‘‘इन शरारती तत्वों का मकसद कानून और व्यवस्था की समस्या पैदा करना है। वे ऐसे वीडियो और चित्रों का इस्तेमाल कर रहे हैं, जिनका हमारे देश से कोई संबंध नहीं है। कश्मीर के नाम पर वे इराक और अफगानिस्तान की पुरानी तस्वीरों को प्रसारित कर रहे हैं।’’ एक शीर्ष अधिकारी ने सभी नागरिकों से अपील की है वे ऐसे षडयंत्रों के बहकावे में न आएं।
उन्होंने कहा, ‘‘मैंने सभी व्हाट्स एप उपयोगकर्ताओं को सचेत किया है कि ऐसे भड़काऊ वीडियो या चित्र को फारवर्ड न करें। अगर ऐसे चित्र या वीडियो फारवर्ड किए गए तो (ऐसे सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं के खिलाफ) आपराधिक मुकदमा दर्ज किया जाएगा।’’
पुलिस ने रविवार को कुछ स्थानीय लोगों द्वारा धारा 370 के प्रावधानों को खत्म करने के खिलाफ यहां एक प्रार्थना सभा आयोजित करने के प्रयास को असफल कर दिया। कुछ समूहों के कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि पुलिस ने उन्हें कार्यक्रम स्थल तक नहीं जाने दिया।
केंद्र सरकार द्वारा जम्मू-कश्मीर में धारा 370 के प्रावधानों को खत्म करने के बाद तेलंगाना पुलिस ने हैदराबाद के संवेदनशील इलाकों और राज्य के अन्य हिस्सों में गश्त बढ़ा दी है और लोगों ने कहा कि वे किसी अफवाह पर भरोसा न करें और ऐसी किसी अफवाह के बारे में पुलिस को सूचित करें।