चंडीगढ़: जेल में बंद डेरा सच्चा सौदा के पंथ प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह के दो करीबी अनुयायी अब भी पुलिस की पहुंच से बाहर हैं। पुलिस ने आज कहा कि वह भगोड़ों की तलाश में मुंबई और नेपाल के नजदीकी इलाकों में छापे मार रही है।
हरियाणा पुलिस ने आज कहा कि वह अन्य राज्यों के पुलिस बल के साथ संपर्क में है और उम्मीद है कि डेरा सच्चा सौदा के दो पदाधिकारी हनीप्रीत इंसा और आदित्य इंसा को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। हरियाणा के पुलिस महानिदेशक बीएस संधू ने कहा, उम्मीद है कि हम उन्हें जल्द दबोच लेंगे।
हनीप्रीत की तलाश में पुलिस ने नेपाल से लगते उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में एक दल भेजा है। हनीप्रीत स्वयंभू बाबा गुरमीत की बेहद करीबी मानी जाती है। गुरमीत बलात्कार के दो मामलों में 20 साल जेल की सजा काट रहा है। ऐसा संदेह है कि हनीप्रीत भारत-नेपाल सीमा के जरिए नेपाल भाग गई है। इस अंदेशे से कि दोनों देश छोड़कर भाग गए हैं, हरियाणा पुलिस ने एक सितंबर को उन दोनों के लिए लुकआउट नोटिस जारी किया था।
संधू ने कहा, हम कई स्थानों पर छापेमारी कर रहे हैं और हमारे दल मुंबई और नेपाल की तरफ कई इलाकों में गए हैं। हम अन्य राज्यों की स्थानीय पुलिस के भी संपर्क में हैं। डीजीपी ने कहा कि डेरा सच्चा सौदा ने भी दोनों से पुलिस के साथ सहयोग करने की अपील की है।
डेरा के सिरसा मुख्यालय की प्रमुख विपासना इंसा ने पहले कहा था कि हनीप्रीत और डेरा प्रवक्ता आदित्य इंसा को जांचकर्ताओं की मदद करनी चाहिए। उन्होंने यह दावा भी किया कि डेरा का उनके साथ कोई संपर्क नहीं है। फिलहाल वे दोनों कहां है, इस सवाल पर डीजीपी ने कहा कि पुलिस को कुछ सुराग मिले हैं जिन पर काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा, हम उन्हें पकड़ने की कोशिश कर रहे हैं। हमारे पास कुछ सुराग हैं।
पंचकुला की सीबीआई अदालत ने 25 अगस्त को गुरमीत को दोषी ठहराया था जिसके बाद उसे कथित तौर पर भगाने की साजिश रचने के लिए पुलिस ने पंथ के एक अन्य पदाधिकारी सुरेंद्र धीमान इंसा को गिरफ्तार किया था। इसी घटना के बाद से पुलिस ने हनीप्रीत को तलाशने के प्रयास शुरू किए।
डीजीपी ने कहा, हम हनीप्रीत और आदित्य को गिरफ्तार करने के बाद उनसे पूछताछ करेंगे ताकि सुरेंद्र धीमान इंसा ने पुलिस को जो बताया है उसे सत्यापित किया जा सके और यह पता लगाया जा सके कि पूरे मामले में वास्तव में हुआ क्या था। आदित्य और सुरेंद्र धीमान के खिलाफ एक अखबार के पत्रकार ने बयान दिया था, जिसके बाद पंचकुला पुलिस थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई। दोनों पर राजद्रोह का मामला दर्ज किया गया है।
पुलिस ने यह भी कहा कि सुरेंद्र ने जो खुलासे किए हैं उनके आधार पर हनीप्रीत से पूछताछ करने की जरूरत है।