चेन्नई: नागरिकता कानून में संशोधन के खिलाफ मद्रास विश्वविद्यालय के छात्रों के एक वर्ग ने मंगलवार को दूसरे दिन भी यहां विश्वविद्यालय परिसर में अपना विरोध प्रदर्शन जारी रखा। इस बीच, पुलिस परिसर में प्रवेश कर गयी। प्रदर्शनकारी छात्रों ने कहा कि वे ‘‘रातभर’’ अपना आंदोलन जारी रखेंगे। इस बीच, परिसर में प्रवेश करने वाले पुलिसकर्मियों ने कहा कि वे ‘‘छात्रों की सुरक्षा’’ के लिए हैं, जबकि प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि दो छात्रों को पुलिस ने उठा लिया है।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि संबद्ध कॉलेजों के छात्रों को विश्वविद्यालय के मरीना परिसर में प्रदर्शन में शामिल होने के लिए उकसाने को लेकर दो छात्रों को पूछताछ के लिए बुलाया गया है। लगभग 50 प्रदर्शनकारी छात्रों के अनुसार, विश्वविद्यालय ने 2 जनवरी तक अवकाश घोषित कर दिया है। प्रदर्शन के समन्वयकों में शामिल एवं राजनीति विज्ञान में परास्नातक के छात्र के रघु प्रसाद ने बताया, ‘‘आज उन्होंने 23 दिसंबर तक की छुट्टी घोषित कर दी, विश्वविद्यालय को वैसे भी क्रिसमस की छुट्टियों के लिए 24 दिसंबर से 2 जनवरी तक बंद करना है। 23 दिसंबर तक छुट्टी की घोषणा करना केवल हमारे विरोध को रोकने के लिए है।’’
समन्वयक ने दावा किया कि ‘‘दोनों छात्र पुलिस की हिरासत में हैं।’’ एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने परिसर में पत्रकारों से कहा कि उनका कैंपस से छात्रों को जबरन हटाने का कोई इरादा नहीं था। उन्होंने कहा, ‘‘हम यहां विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से आये हैं और छात्रों की सुरक्षा के लिए हैं।’’ यह पूछे जाने पर कि क्या दो छात्रों को हिरासत में लिया गया है, अधिकारी ने कहा ‘‘जब किसी को पूछताछ के लिए बुलाया जाता है, तो आप इसे गिरफ्तारी या हिरासत नहीं कह सकते।’’
मरीना तट के ठीक सामने स्थित विशाल परिसर में प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने ‘‘इंकलाब जिंदाबाद’’ और ‘‘छात्र एकता जिंदाबाद’’ के नारे लगाए। छात्रों ने नागरिकता अधिनियम में संशोधन को वापस लेने की मांग की और इसके खिलाफ नारे लगाए।