नई दिल्ली: पूर्वी दिल्ली के न्यू अशोक नगर इलाके में दिल दहलाने वाला मामला सामने आया है जहां मृतक शीतल चौधरी के पिता मां और पूरा परिवार मिलकर बेटी हत्या कर देते है। पड़ोस में रहने वाले अंकित भाटी से शीतल को प्यार हो जाता है और करीब तीन साल तक दोनों परिवार को मालूम नही चलता है बाद मे अंकित और शीतल अक्टूबर के महीने आर्य समाज मे जाकर चुपके से दोनों शादी कर लेते है बाद मे जब परिवार को मालूम चलता है कि दोनों ने चुपके से किया है तो शीतल का पूरा परिवार समझने की कोशिश करते है मगर शीतल कुछ नही समझती है।
30 जनवरी रात शीतल को उसकी मां और पिता और उसके साथ पूरा परिवार मिलकर उसकी गला घोंटकर हत्या कर देते है, और उसकी लाश को लेकर पूरा परिवार गाड़ी मैं डालकर उसे करीब 80 किलोमीटर तक अलीगढ़ इलाके के जावा के नहर में फेकर आ जाते है, बाद मे जब अंकित शीतल को कई बार फोन करता है मगर उसका फोन ऑफ जाता है और अंकित उसकी किडनेपिंग का मुकदमा पास के नई अशोक नगर मैं एफआईआर दर्ज करवा देता है।
पुलिस भी आनफान मैं शीतल के घर जाकर पूछताछ करती है तो उनका कहना था कि शीतल अपने फूफा के घर चली गयी है मगर जब पुलिस वहां भी जाती है तो खाली हाथ लौटना पड़ता है करीब यह सिलसिला चलता रहता है। बाद मैं थाना अशोक नगर पूरा परिवार का कॉल डिटेल निकलते है तो पूरा परिवार शक के घेरे मैं आजते है फिर क्या थाना अशोक नगर सभी परिवार से अलग अलग तरीके से पूछताछ करती है तो बाद मैं खुलासा होता है कि अपनी बेटी शीतल की हत्या खुद उनके पूरे परिवार ने मिलकर हत्या कर के अलीगढ़ के नहर के पास फेकर आ जाते है और करीब 30 जनवरी को यूपी पुलिस को शीतल की लाश मिलती है।
2 फरवरी को यूपी पुलिस शीतल की लाश को अंतिम संस्कार कर देती है और उसके कपड़े और जिस्म के सामान को रख लेती है, उधर दिल्ली पुलिस के टीम जब अलीगढ़ के आसपास के कई थाना मैं संपर्क करते है तो उनको शीतल की लाश के बारे मे बताया जाता है। पुलिस कपड़े और फ़ोटो से सिन्नाखत कर लेती है कि यह शीतल की लाश है।
उधर हत्या के बाद शीतल का परिवार लाश को सफेद रंग की वैगनआर कार के अंदर सीट मैं बैठाकर उसकी मां और पिता लेकर चले जाते है और दूसरी गाड़ी में शीतल का फूफा और उसके बेटे के साथ घर के परिवार लाश को लेकर घूमते रहते है और करीब 80 किलोमीटर के बाद उस लाश को नहर मैं फेकर आराम से घर आ जाते है, बहरहाल पुलिस ने परिवार के सभी आरोपी मां सुमन, पिता रविन्द्र ,ताऊ संजय ,फूफा ओम प्रकाश, फूफा का बेटा परवेश, और दामाद अंकित को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।