10. कोयला आवंटन घोटाला
भारत में राजनैतिक भ्रष्टाचार का एक नया मामला है कोयला आवंटन घोटाला। इससे देश को 2004 से 2009 के बीच दस लाख सरसठ हजार करोड़ रुपया की हानि हुई। कोयला खदानों के ठेके देने में 2004 से 2009 के बीच अनियमिताएं बरती गईं जिससे सरकार को लगभग 1.86 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। भारत के लोकतान्त्रिक काल में पहली बार हुआ है कि किसी मामले में देश के प्रधानमंत्री पर ऊँगली उठाई गयी हो।