नयी दिल्ली: सीबीआई ने दो अरब डॉलर के पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) घोटाले में आज भी छापेमारी का सिलसिला जारी रखा। जांच एजेंसी ने कहा है कि इन कार्रवाइयों में उसे साख पत्र (एलओयू) से संबंधित कुछ दस्तावेज प्राप्त हुए हैं। इसके अलावा पंजाब नेशनल बैंक की ब्रैडी हाउस शाखा में 2011 से 2015 के दौरान साथ-साथ आडिट के लिए जिम्मेदार आंतरिक मुख्य आडिटर (सेवानिवृत्त) बिष्णुब्रत मिश्रा को आज गिरफ्तार किया गया। एजेंसी ने यह जानकारी दी।
मिश्रा पर पीएनबी की शाखा में प्रक्रियाओं और कामकाज के तरीके की आडिटिंग की जिम्मेदारी थी। उन्हें उनके बारे में रिपोर्ट भी करना होता था। अधिकारियों ने कहा कि सीबीआई की हिरासत में जो लोग हैं उनके अलावा 13 और लोगों से आज पूछताछ की गई। अधिकारियों ने कहा कि कुछ गिरफ्तार आरोपियों तथा अन्य लोगों से पूछताछ से मिली जानकारी के आधार पर आज और छापेमारी की गई। मध्य मुंबई उपनगर के वडाला में एक चाल के छोटे कमरे में ये दस्तावेज छिपाकर रखे गए थे। समझा जाता है कि यह कमरा नीरव मोदी, न कि उनकी कंपनी के नाम पर है।
अरबपति आभूषण कारोबारी ने अपनी कारोबारी व्यस्तता की वजह से सीबीआई जांच में शामिल होने से इनकार कर दिया है। सीबीआई ने इस मामले में पीएनबी के आंतरिक मुख्य आडिटर एम के शर्मा को गिरफ्तार किया है। वह मुख्य प्रबंधक स्तर के अधिकारी हैं। यह बैंक के किसी आडिटर की पहली गिरफ्तारी है। शर्मा, स्केल-चार स्तर के अधिकारी हैं, उनपर बैंक की ब्रैडी हाउस शाखा की प्रणालियों और कामकाज के तौर तरीकों की आडिट की जिम्मेदारी थी। इसी शाखा से साख पत्र :एलओयू: जारी किए गए जिससे नीरव मोदी ने अन्य बैंकों की विदेशी शाखाओं से कर्ज लिया।
मोदी के जांच में शामिल होने से इनकार के बाद उसे अधिक कड़ा पत्र जारी कर अगले सप्ताह उसके समक्ष पेश होने को कहा है। सीबीआई ने नीरव मोदी को निर्देश दिया कि वह जिस देश में है वहां भारतीय दूतावास से संपर्क करे, जिससे उसकी भारत यात्रा के लिए व्यवस्था की जा सके। सीबीआई ने मोदी से कहा है कि किसी भी आरोपी को जांच में शामिल होने के लिए बुलाने पर पेश होना अनिवार्य है। इससे पहले एजेंसी ने मोदी को उसके आधिकारिक मेल पर संदेश भेजकर 12,636 करोड़ रुपये के घोटाले की जांच में शामिल होने को कहा था।