प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी खास वेशभूषा के लिए हमेशा ही चर्चा में रहते हैं। चाहें स्वतंत्रता दिवस का भाषण हो या कोई खास मौका, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हमेशा भारत की शान के रूप में एक खास रंग और रूप की पगड़ी पहनते हैं। 26 जनवरी की परेड के दौरान भी आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सफेद कुर्ते और धूसर सदरी पर एक खास लाल रंग की पगड़ी में नजर आए। यह लाल पगड़ी पगड़ी कोई आम लाल पगड़ी नहीं है। यह जामनगर के राजपरिवार की खास पगड़ी है, जिसे प्रधानमंत्री ने गणतंत्र दिवस के मौके पर पहना है।
बता दें कि ऐसी पहली पगड़ी उन्हें जामनगर के शाही परिवार ने उपहार में दी थी। अपनी शाही विरासत और सामाजिक कार्यों में अग्रणी भूमिका के चलते जामनगर के शाही परिवार को विश्व स्तर पर विशेष सम्मान की नजरों से देखा जाता है। जामनगर के राजा महाराजा जाम साहेब दिग्विजय सिंह जी ने विश्व युद्ध 2 के दौरान पोलैंड से 1000 बच्चों को बचाया था। यह विश्व युद्ध 2 के दौरान मानवता के सबसे उत्कृष्ट कार्यों में से एक था।
पोलैंड अभी भी जामनगर के तत्कालीन राजा के इस सद्भाव को बेहद करुणा की नजरों से देखता है। 2016 में, जाम साहेब की मृत्यु के 50 साल बाद, पोलैंड की संसद ने सर्वसम्मति से विश्व युद्ध के दौरान पोलिश बच्चों के शरणार्थियों को उनके द्वारा दी गई सहायता के लिए जाम साहेब दिग्विजय सिंहजी को सम्मानित करते हुए एक विशेष प्रस्ताव पारित किया। पोलैंड में शरणार्थी भी प्यार से जामनगर को 'लिटिल पोलैंड' के रूप में याद करते हैं, जिसके नाम पर बाद में एक फिल्म भी बनाई गई थी।