नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नेपाल पहुंच चुके हैं। दो दिन के दौरे की शुरुआत उन्होंने सीतानगरी जनकपुर से किया। पीएम मोदी जानकी मंदिर में पूजा पाठ के साथ-साथ जनकपुर को रामायण सर्किट से जोड़ने का ऐलान भी किया। जनकपुर से अयोध्या के लिए बस सेवा की शुरुआत करते हुए सीतानगरी को बड़ी सौगात भी दिया। जनकपुर का जानकी मंदिर भारत और नेपाल के बीच साझी धार्मिक आस्थाओं का प्रतीक है और पीएम मोदी भारत और नेपाल के रिश्तों की हिंदू जड़ों को सींचने के लिए जानकी मंदिर आए हैं। यहीं से त्रेता युग में माता सीता की डोली अयोध्या आई थी। यहीं पर स्वयंवर के बाद भगवान राम का माता सीता से विवाह हुआ था और भारत के साथ नेपाल एक अनोखे और दैवीय बंधन में बंध गया था। उस रिश्ते को और मजबूत करने के लिए, नेपाल और भारत के लोगों और करीब लाने के लिए यहां पर पीएम मोदी पहुंचे हैं। जनकपुर को रामायण सर्किट से जोड़ना इसी की एक कड़ी थी।
LIVE अपडेट्स
-हम 5 T के जरिये अपने रिश्तों को आगे ले जाना चाहते हैं, ये पांच T हैं Tradition, Trade, Tourism, Technology और Transportation: जनकपुर में पीएम मोदी
-आज के युग में तकनीक के बिना विकास संभव नहीं है: जनकपुर में पीएम मोदी
-जल-थल-नभ और यहां तक कि हम दोनों देशों को अंतरिक्ष में भी आपस में जुड़ना है: जनकपुर में पीएम मोदी
-भारत में हम राष्ट्र निर्माण और जन भागीदारी का संबंध और मजबूत कर रहे हैं: जनकपुर में पीएम मोदी
-हमने भारत में एक बहुत बड़ा संकल्प लिया है। ये संकल्प है New India का। 2022 को भारत की आजादी के 75 वर्ष पूरे हो रहे हैं। तब तक सवा सौ करोड़ हिन्दुस्तानियों ने New India बनाने का लक्ष्य रखा है: जनकपुर में पीएम मोदी
-हमने भारत और प्रशासन में कई सुधार किए हैं, प्रक्रियाओं को सरल बनाया है: जनकपुर में पीएम मोदी
-नेपाल के युवाओं की शक्ति को भारत ने महसूस किया: जनकपुर में पीएम मोदी
-लोकतंत्र विकास का सबसे बड़ी शर्त: जनकपुर में पीएम मोदी
-नेपाल के हर संकट में भारत साथ रहा- पीएम मोदी: जनकपुर में पीएम मोदी
-भारत दशकों से नेपाल का एक स्थाई विकास साझेदार है। नेपाल हमारी 'Neighbourhood First' policy में सबसे पहले आता है: जनकपुर में पीएम मोदी
-जनकपुर धाम आकर, आप लोगों का अपनापन देख कर लगा ही नहीं कि मैं किसी दूसरी जगह पर हूं। सबकुछ अपने जैसा-सबकुछ अपनों जैसा: जनकपुर में पीएम मोदी
-अपनी प्रजा की चिंता को ही राजा जनक ने अपना राजधर्म बना लिया था: जनकपुर में पीएम मोदी
-राजा जनक के दरबार में अष्टावक्र जैसे विद्वान का होना, यह साबित करता है कि शासन के साथ-साथ विद्वता को कितना महत्व दिया जाता था: जनकपुर में पीएम मोदी
-काठमांडू से कन्याकुमारी तक हम सब सीता माता की परंपरा के वाहक हैं: जनकपुर में पीएम मोदी
-ये मां जानकी का धाम है, जिसके बिना अयोध्या अधूरी है: जनकपुर में पीएम मोदी
-नेपाल के बिना भारत की आस्था अधूरी है, विश्वास अधूरा है, इतिहास अधूरा है। नेपाल के बिना हमारे धाम अधूरे-हमारे राम अधूरे हैं: जनकपुर में पीएम मोदी
-2014 में जब मैं प्रधानमंत्री के तौर पर पहली बार नेपाल आया था, तो संविधान सभा में कहा था कि जल्द ही जनकपुर आउंगा। मैं आप सबसे क्षमा चाहता हूं, मुझे आने में थोड़ी देर हो गई: जनकपुर में पीएम मोदी
-आज जानकी मंदिर में दर्शन कर, मेरी बहुत सालों की मनोकामना पूरी हुई: जनकपुर में पीएम मोदी
-भारत और नेपाल के संबंध किसी परिभाषा से नहीं बल्कि आस्था, अपनापन और रोटी-बेटी की भाषा से बंधे हुए हैं: जनकपुर में पीएम मोदी
-भारत और नेपाल की मित्रता त्रेतायुग की है। राजा जनक और राजा दशरथ ने सिर्फ जनकपुर और अयोध्या को नहीं, बल्कि भारत और नेपाल को भी मित्रता के बंधन में बांध दिया था: जनकपुर में पीएम मोदी
-मेरा बहुत समय से मन था कि जगत जननी सीता की भूमि पर आकर उन्हें नमन करूं: जनकपुर में पीएम मोदी
-जनकपुर में नागरिक अभिनंदन समारोह के दौरान पीएम मोदी को किया गया सम्मानित
-सदियों से अयोध्या और जनकपुर का नाता अटूट है: जनकपुर में पीएम मोदी
-नेपाल के प्रधानमंत्री और मेरे भाई साहब काठमांडू से यहां आए, मैं नेपाल सरकार और प्रधानमंत्री का आभार मानता हूं: जनकपुर में पीएम मोदी
-पीएम मोदी और नेपाल के पीएम ओली ने जनकपुर-अयोध्या बस सेवा को हरी झंडी दिखाई
-भारत और नेपाल, दोनों देशों के बीच रामायण सर्किट बनाने की दिशा में काम करेंगे: जनकपुर में पीएम मोदी
-मेरा सौभाग्य है कि मुझे एकादशी के मौके पर यहां आने का मौका मिला है: जनकपुर में पीएम मोदी
-नेपाल के जानकी मंदिर में PM मोदी ने की पूजा
यह पहला मौका है जब भारत का कोई प्रधानमंत्री काठमांडू से नहीं बल्कि जनकपुर से अपने नेपाल दौरे की शुरुआत किया है। जनकपुर पहुंचने के बाद पीएम मोदी सीधे जानकीधाम मंदिर गए। माना जाता है कि ये कभी राजा जनक का महल था और माता सीता का बचपन यहीं बीता। जानकी मंदिर में पूजा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी के साथ नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली भी मौजूद रहे।
पीएम मोदी के इस दौरे को लेकर नेपाल में कितना उत्साह है और इसके क्या मायने हैं ये जानकीधाम मंदिर के गेट से लेकर दीवारों तक पर लगे बड़े-बड़े बैनर और पोस्टर्स को देखकर साफ हो जाता है। चारों ओर पीएम मोदी के स्वागत और भारत-नेपाल के अटूट रिश्तों का जिक्र है। पीएम मोदी 2014 में भी जनकपुर आने वाले थे लेकिन काम की व्यस्तता की वजह से जानकीधाम मंदिर नहीं आ पाए थे।