नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की लोकप्रियता का ग्राफ लगातार ऊपर की तरफ ही बना हुआ है। इंटरनेश्नल रिसर्च एजेंसी पीउ रिसर्च के मुताबिक भारत के 88 फीसदी लोग नरेन्द्र मोदी के कामकाज से संतुष्ट हैं और उन्हें देश का बेहतरीन नेता मानते हैं। नरेन्द्र मोदी बतौर प्रधानमंत्री तीन साल का कार्यकाल पूरा कर चुके है। नोटबंदी और जीएसटी जैसे कड़े फैसले लेने के बाद भी पीएम मोदी की लोकप्रियता में कोई गिरावट नहीं आई है। इस सर्वेक्षण में करीब 2,464 लोगों को शामिल किया गया था।
पीउ रिसर्च के ताज़ा नतीजों के मुताबिक 88 फीसदी लोगों ने पीएम मोदी के कामकाज की तारीफ की है। पिछले साल केवल 81 फीसदी लोगों ने तारीफ की थी। इस साल 83 फीसदी लोग देश के आर्थिक हालात से संतुष्ट हैं जबकि 2016 में 80 फीसदी लोग संतुष्ट थे। वहीं इस साल 70 फीसदी लोगों को लगता है कि पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत सही दिशा में आगे बढ़ रहा है। जबकि पिछले साल केवल 65 प्रतिशत इस राय से इत्तेफाक रखते थे।
दस में से नौ फीसदी लोगों पीएम मोदी की सराहना कर रहे हैं, जबकि इसी रिसर्च कंपनी ने जब 2015 में सर्वे किया था तो उसमें दस में सात लोगों ने मोदी की तारीफ की थी। सबसे दिलचस्प आंकड़ा तो ये है कि उत्तर भारत में पीएम की तारीफ 84 फीसदी लोगों ने की तो पूर्वी भारत में 85 फीसदी, पश्चिमी भारत में 92 फीसदी लोगों ने की। पीएम का डंका दक्षिण भारत में सबसे ज्यादा बज रहा है जहां 95 फीसदी लोग उनके कामकाज से खुश हैं।
सर्वेक्षण के अनुसार अपने गढ़ इलाके महाराष्ट्र, गुजरात और छत्तीसगढ़ के अलावा आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, तमिलनाडु और तेलंगाना जैसे दक्षिणी राज्यों में भी मोदी सबसे लोकप्रिय राजनीतिक हस्ती बने हुए हैं। इन राज्यों में दस में से कम से कम नौ लोगों ने प्रधानमंत्री को लेकर सकारात्मक रूख व्यक्त किया। इसी तरह पूर्वोत्तर राज्यों बिहार, झारखंड, ओडिशा और पश्चिम बंगाल तथा दिल्ली, हरियाणा, मध्य प्रदेश, पंजाब, राजस्थान और उत्तर प्रदेश में हर 10 में से 8 से ज्यादा लोगों का ऐसा ही मानना रहा।
सर्वेक्षण के अनुसार, 2015 के बाद से मोदी की लोकप्रियता उत्तर भारत में अपेक्षाकृत वैसी ही बनी हुई है, जबकि पश्चिम एवं दक्षिण भारत में इसमें वृद्धि देखने को मिली है। हालांकि पूर्वी भारत के राज्यों में जरूर PM मोदी की लोकप्रियता में गिरावट दर्ज की गई है।
पीएम मोदी अपने राजनीतिक विरोधियों से भी कहीं आगे दिख रहे हैं। रिसर्च के मुताबिक पीएम मोदी की रेटिंग 88 फीसदी है जबकि राहुल गांधी की 58 फीसदी है। तीसरा नंबर सोनिया गांधी का है उनकी रेटिंग 57 फीसदी है और चौथे नंबर पर अरविंद केजरीवाल हैं जिनकी रेटिगं 39 है। पीएम मोदी के चाहने वाले केवल भाजपा या एनडीए में ही नहीं हैं बल्कि विरोधी दलों में भी हैं। सर्वे का नतीजा बता रहा है कि
- बेरोज़गारी से निपटने के तरीकों पर 81 फीसदी लोग मोदी के साथ हैं
- भ्रष्टाचार से निपटने पर 78
- गरीबों की मदद के मामले में 81
- प्रदूषण के खिलाफ जंग में 51
- आतंक के खिलाफ लड़ाई में 78
- महंगाई से निपटने में 62
- सांप्रदायिक रिश्तों में 55
- और कश्मीर की स्थिति से निपटने के लिए लोगों ने पीएम मोदी को 65 नंबर दिये हैं
गुजरात चुनाव के मौके पर पीउ रिसर्च का ये सर्वे पीएम मोदी के लिए हौसला बढ़ाने वाला तो है ही भाजपा के लिए भी बड़ा चुनावी हथियार बन गया है।