नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सूरत में युवा सम्मेलन को संबोधित किया। उन्होंने भाषण की शुरुआत करते हुए कहा हाउ इज द जोश। उन्होंने कहा कि नौजवानों में जोश है। पीएम मोदी ने कहा कि न मेरा रोने में विश्वास है न रुलाने में विश्वास है। निराशा के गर्त में डूबे हिंदुस्तान ने अपने अंदर आशा और उम्मीद से खुद को भर लिया है। उन्होने कहा कि हमने उरी हमले का बदला सर्जिकल स्ट्राइक से दिया और उस समय मेरे अंदर वही आग थी जो एक जवान के दिल के अंदर थी।
पीएम मोदी ने कहा, 'मेरा सर झुकता है एक ही जगह पर सवा सौ करोड़ देशवासियों के सामने। मैं उनके सपनों को समर्पित हूं। मेरा कोई रिमोट कंट्रोल नहीं है। मेरा रिमोट कंट्रोल अगर कोई है तो सवा सौ करोड़ जनता है। हमारे विरोधी दल मुद्दों पर चर्चा करने के लिए तैयार नहीं हैं। उनका एक ही मुद्दा है मोदी। वे सुबह उठते ही मोदी-मोदी से शुरू हो जाते हैं। उनके लिए मुद्दा मोदी है हमारे लिए मुद्दा देश की सवा सौ करोड़ जनता है।'
एक सवाल के जवाब में पीएम मोदी ने कहा, 'मैं भारत का भविष्य शानदार और जानदार देखता हूं, आज पूरी दुनिया भारत के गौरव का डंका बज रहा हूं। इतने कम समय में हम दुनिया के अंदर भारत का जो हक था वह दिलाने की कोशिश की है। इजराइल और फिलिस्तीन दोनों लड़ते हैं लेकिन दोनों हमसे दोस्ती करते हैं.. भारत को गर्व होगा कि नहीं होगा?'
पीएम मोदी ने उपलब्धियों का जिक्र करते हुए कहा, 'जब हमारी सरकार बनी तो अर्थव्यवस्था में हम दुनिया में दसवें नंबर पर थे। आज हम छठे नंबर पर पहुंच गए। मैं विश्वास दिलाता हूं वो दिन दूर नहीं जब भारत पांचवें नंबर पर होगा।'
पीएम ने कहा, 'ये लोग गरीबों का राशन भी खा गए। अब दलालों और बिचौलियों की दुकानें बंद हो गई। अब जिनके खाते में हर साल 90 हजार करोड़ रुपये जाता था वो लोग मोदी को पसंद करेंगे क्या? अब आप बताइये मुझे मेरी चिंता करनी चाहिए या देश की चिंता करनी चाहिए। मैंने पूरी पवित्रता के साथ देशहित में काम किया है।'
अपने खिलाफ दुष्प्रचार से जुड़े सवाल के जवाब में पीएम ने कहा, '2013-14 में जब चुनाव की तैयारियों चल रही थी तो एक टोली थी जो लगातार कह रही थी कि अगर बीजेपी मोदी को घोषित कर दे तो पूरी बीजेपी खत्म हो जाएगी। बीजेपी ने मुझे घोषित कर दिया तो उन्होंने कहना शुरू कर दिया कि मोदी को कौन जानता है? बीजेपी को बहुमत नहीं मिलनेवाली है। उन्होंने त्रिशंकु लोकसभा के आसार जताए। लेकिन उनकी बातें जनता के गले नहीं उतरी। जनता के गले मोदी उतर गया। हमें ऐसी निगेटिविटी की चिंता नहीं करनी चाहिए। इसका उपाय है पॉजिटिविटी। अगर आप सब इस काम में जुट जाएं तो निगेटिविटी खत्म हो जाएगी। जिन तीन लाख कंपनियों पर ताले लगवा दिए वो लोग कभी मोदी जिंदाबाद कहेंगे क्या?'
कांग्रेस मुक्त भारत का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि एक दल के रूप में कांग्रेस हार जाए यह मेरा मतलब नहीं है.. पिछले 70 साल में जो बुराइयां कांग्रेस ने बीज के रूप में बो दिया है उसे निकालना पड़ेगा। कांग्रेस की दी हुई बीमारियों को दूर करना होगा।
एक सवाल के जवाब में पीएम मोदी ने कहा, 'मैं इतनी बड़ी लड़ाई इसलिए छेड़ पाया कि मैं सामान्य परिवार से आता हूं। मैं भी बड़े घर से आया होता तो डर रहा होता कि कहीं मेरी भी किताब न खुल जाए। मेरी जिंदगी खुली किताब है। ऊपर अगर सबकुछ ठीक हो जाए तो नीचे तो सब जल्द सही हो जाएगा। आपने देखा कि चार-चार पीढ़ी.. उनकी ताकत ऐसी थी कि देश को 18 महीने तक जेलखाना बना दिया था। किसी ने सोचा नहीं था कि चार-चार पीढ़ी तक शासन करनेवाले को एक चायवाला चुनौती दे रहा है। आपको पता है न कि वो जमानत पर हैं। और जो उनके दरबारी लोग हैं वो भी कोट्र के चक्कर काट रहे हैं। और वो चाहे जितने भी तिकड़म भिड़ा ले जेल तो उनको जाना ही पड़ेगा। देश को जितना इन लोगों ने लूटा है इन्हें उतना लौटाना पड़ेगा।'
पीएम मोदी ने नोटबंदी का जिक्र करते हुए कहा कि नोटबंदी के बाद तीन लाख कंपनियों पर ताले लगा दिए। कहीं से चूं तक की आवाज नहीं आई। नीयत साफ हो और देशहित में अगर फैसले लिए जाएं किसी तरह का स्वार्थ न हो तो बदलाव लाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि पहले कभी मुंबई में धमाका, कभी दिल्ली में तो कभी किसी शहर में धमाका होता था। लेकिन कुछ दिनों में ही हालात बदल गए। अब सब कश्मीर तक अटक गए हैं। कश्मीर में रोज आतंकवादी मारे जा रहे हैं। पीएम ने कहा कि एक मोदी नहीं है, सवा सौ करोड़ मोदी है जो देश को बदल रहे हैं।
पहला सवाल एक कंप्यूटर इंजीनियर ने पूछा कि पहले लोग कहते थे कि कुछ नहीं होगा ये बदलाव कैसे संभव हुआ?
पीएम मोदी ने कहा कि आपने बदलाव महसूस किया है..इसके लिए धन्यवाद। 2004 से 2014 से रिमोट वाली सरकार चलती थी। उस समय के हालात ये थे कि हर किसी ने मान लिया कि कुछ होनेवाला नहीं है। एक मानसिकता बन गई थी कि कुछ बदल नहीं सकता है। मैंने उस मानसिकता को ही बदल दिया कि सबकुछ बदल सकता है। आप उन दिनों के अखबार उठा लीजिए.. हर तरफ घोटाला ही घोटाला। अब देखिए कहीं घोटाले की खबर नहीं है। 26/11 मुंबई हमला हुआ था उसके बाद क्या हुआ सबको पता है न। क्या हुआ ? हमारी सरकार के दौरान उरी हमला हुआ। उसके बाद क्या हुआ? उरी की घटना ने हमें सोने नहीं दिया।