नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को कोलकाता में थे। अपनी इस यात्रा की तस्वीरें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट के जरिए साझा की हैं। उन्हीं तस्वीरों में से एक तस्वीर को 24 घंटे से भी कम के समय में फेसबुक पर 10 लाख से भी ज्यादा लोगों ने पसंद किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फेसबुक पर ये तस्वीर शेयर करते हुए लिखा, "नेताजी बोस को श्रद्धांजलि देने के लिए कोलकाता पहुंचा।" प्रधानमंत्री की इस तस्वीर पर 48 हजार से ज्यादा लोगों ने कमेंट किया है और 15 हजार से ज्यादा शेयर की गई है।
कोलकाता में क्या बोले पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को कहा कि भारत की संप्रभुता को चुनौती देने की कोशिशों को आज देश मुंहतोड़ जवाब दे रहा है और दुनिया भारत के इस अवतार को देख रही है। उन्होंने कहा कि ‘‘एलएसी से एलओसी’’ तक आज का ‘‘मजबूत’’ भारत देश के महान स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाष चंद्र बोस के पदचिह्नों पर चल रहा है। नेताजी की 125वीं जयंती पर यहां विक्टोरिया मेमोरियल में आयोजित ‘‘पराक्रम दिवस’’ समारोह को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि कोविड-19 के खिलाफ भारत की लड़ाई और भारत द्वारा दुनिया के देशों को इसके टीके की आपूर्ति किए जाने को देखते तो नेताजी भी गर्व करते।
उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य से आज देश का जन-जन जुड़ गया है और दुनिया की कोई ताकत भारत को आत्मनिर्भर बनने से नहीं रोक सकती। पीएम मोदी ने कहा, ‘‘नेताजी ने जिस भारत की कल्पना की थी, एलएसी (वास्तविक नियंत्रण रेखा) से लेकर एलओसी (नियंत्रण रेखा) तक, भारत का यही अवतार दुनिया देख रही है। जहां कहीं से भी भारत की संप्रुता को चुनौती देने की कोशिश की गई, भारत उसका मुंहतोड़ जवाब दे रहा है।’’
नेताजी का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि आज हर भारतीय का लक्ष्य भारत को आत्मनिर्भर बनाने का है। उन्होंने कहा, ‘‘देश का जन-जन, देश का हर क्षेत्र, देश का हर व्यक्ति इससे जुड़ा है। नेताजी ने कहा था कि आजाद भारत के सपने में कभी भरोसा मत खोइए। दुनिया में ऐसी कोई ताकत नहीं है जो भारत को आगे बढने से रोक सके। वाकई दुनिया में ऐसी कोई ताकत नहीं है जो 130 करोड़ देशवसियों को अपने भारत को आत्मनिर्भर भारत बनाने से रोक सके।’’ नेताजी को ‘‘आत्मनिर्भर भारत’’ के सपने के साथ ही ‘‘सोनार बांग्ला’’ की सबसे बड़ी प्रेरणा बताते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि जो भूमिका नेताजी ने देश की आजादी में निभाई थी, वही भूमिका पश्चिम बंगाल को ‘‘आत्मनिर्भर भारत’’ में निभानी है।