नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के डावोस पहुंचते ही भारत को एक गुड न्यूज मिली है। गुड न्यूज ये है कि भारत दुनिया की उभरती अर्थव्यवस्था में सबसे तेज रफ्तार में आगे बढ़ रही है। इतनी तेज कि अगले दो साल तक चीन भी भारत से मुकाबला नहीं कर पाएगा। इंटरनेशनल मॉनेटरी फंड यानी आईएमएफ की एक रिपोर्ट में कहा गया कि 2018 और 2019 में चीन से भी आगे रहेगा हिंदुस्तान। सबसे बड़ी बात ये है कि ये रिपोर्ट दावोस में उस वक्त रिलीज हुई है जब 21 साल बाद भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दावोस इकोनॉमिक फोरम के सम्मेलन को संबोधित करने खुद दावोस में मौजूद हैं।
आईएमएफ के वर्ल्ड इकोनॉमिक आउटलुक में जताए अनुमान के मुताबिक मौजूदा साल यानी 2018 में भारत की विकास दर 7.4 फीसदी रहेगी जबकि अगले साल 2019 में भारत की विकास दर बढ़कर 7.8 फीसदी हो जाएगी। आईएमएफ के अनुमान के मुताबिक 2018 में चीन की विकास दर 6.6 और 2019 में चीन की विकास दर 6.4 फीसदी रहेगी। इस तरह दुनिया की उभरती अर्थव्यवस्थाओं में भारत सबसे तेज रफ्तार से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था बना रहेगा।
आईएमएफ का ये अनुमान डावोस में मौजूद चीनी प्रतिनिधियों के लिए चिढ़ाने के लिए काफी है क्योंकि जो चीन अपनी विकास दर के दम पर दुनिया पर छाने का दम भरता है उसी के सामने भारतीय अर्थव्यवस्था को लेकर आईएमएफ का ये अनुमान सामने आया है और तो और भारत को लेकर आईएमएफ का ये अनुमान वर्ल्ड बैंक के अनुमान 7.3 फीसदी से भी ज्यादा है।
डावोस में सिर्फ आईएमएफ ने ही नहीं ग्लोबल कन्सल्टेंसी एजेंसी प्राइसवाटर हाउस कूपर्स के सर्वे में दुनिया भर के सीईओ ने भारत के ग्रोथ को देखते हुए इसे निवेश के लिए दुनिया का पांचवां सबसे आकर्षक बाजार के तौर पर माना है। इस फेहरिस्त में वैसे अमेरिका सबसे ऊपर है लेकिन पहली बार दुनिया की नजर में बाजार के तौर पर भारत टॉप फाइव में पहुंचा है। यहां खास बात ये भी है कि भारतीय अर्थव्यवस्था में ये तेजी तब है जबकि पिछले साल नोटबंदी और जीएसटी की वजह से भारतीय अर्थव्यवस्था की चाल धीमी पड़ी थी।