नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में जीत दर्ज करने पर जो बाइडेन को ट्वीट कर बधाई दी। पीएम नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा, "अमेरिका के उप-राष्ट्रपति के रूप में भारत-अमेरिका संबंधों को मजबूत करने में आपका योगदान महत्वपूर्ण और अमूल्य था। मैं भारत-अमेरिका संबंधों को अधिक से अधिक ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए एक बार फिर साथ मिलकर काम करने की आशा करता हूं।"
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पीएम नरेंद्र मोदी ने अमेरिका की उप-राष्ट्रपति निर्वाचित हुई कमला हैरिस को बधाई देते हुए कहा, "कमला हैरिस को हार्दिक बधाई, आपकी सफलता पथप्रवर्तक है और सभी भारतीय-अमेरिकियों के लिए भी बहुत गर्व की बात है। मुझे विश्वास है कि आपके समर्थन और नेतृत्व से जीवंत भारत-अमेरिका संबंध और भी मजबूत हो जाएंगे।"
सोनिया गांधी ने भी दी बधाई
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भी जो बाइडेन के अमेरिका का राष्ट्रपति और भारतीय मूल की कमला हैरिस के उप राष्ट्रपति निर्वाचित होने पर उन्हें बधाई दी। उन्होंने एक बयान में कहा, "मैं अमेरिका के 46वें राष्ट्रपति के रूप में निर्वाचित होने पर जो बाइडेन को कांग्रेस पार्टी की तरफ से बधाई देती हूं।'' सोनिया ने कमला हैरिस को भी बधाई दी और कहा कि भारत अमेरिका के साथ ऐसे नजदीकी रिश्ते की उम्मीद करता है जो इस क्षेत्र एवं पूरे विश्व में शांति और विकास के लिए फायदेमंद हो।
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भारतीय अमेरिकियों ने बाइडेन और हैरिस की जीत का जश्न मनाया
भारतीय-अमेरिकियों ने शनिवार को कहा कि वे डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता जो बाइडेन को अमेरिका का अगला राष्ट्रपति चुने जाने से रोमांचित महसूस कर रहे हैं। साथ ही उन्होंने उपराष्ट्रपति चुनी गईं कमला हैरिस की जीत को समुदाय के सपने के साकार होने जैसा करार दिया। सिलिकॉन वैली में स्थित भारतीय-अमेरिकी और भारतीय समुदाय के संस्थापक एम रंगास्वामी ने प्रमुख मीडिया संस्थानों द्वारा बाइडेन और हैरिस की जीत की घोषणा के तुरंत बाद 'पीटीआई-भाषा' से कहा, ''यह (भारतीय-अमेरिकियों के लिये) बड़ा दिन है।''
रंगास्वामी ने कहा, ''जो बाइडेन का भारत के साथ करीबी संबंध रखने का लंबा रिकॉर्ड है। एक सीनेटर के तौर पर उन्होंने अमेरिका-भारत के बीच परमाणु करार कराने में भी योगदान दिया था। उन्होंने उपराष्ट्रपति के तौर पर न केवल भारत की यात्रा की थी बल्कि भारत को अमेरिका का एक 'प्रमुख रक्षा साझेदार' बनाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत की स्थायी सदस्यता का भी समर्थन किया था।'' (With inputs from Bhasha)