उत्तरकाशी (उत्तराखंड): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सेना और भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल (आईटीबीपी) के कर्मियों के साथ दीपावली मनाने के लिए बुधवार को उत्तराखंड में, भारत-चीन सीमा के पास स्थित हर्षिल पहुंचे। मोदी के कार्यालय की ओर से जारी एक बयान के मुताबिक, इस मौके पर जवानों को बधाई देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि दूर-दराज के इलाकों में बर्फीले पहाड़ों पर ड्यूटी करने की उनकी लगन राष्ट्र की ताकत को और मजबूत बनाती है और 125 करोड़ भारतीयों के सपने एवं भविष्य को सुरक्षित करती है।
उन्होंने कहा कि दीपावली प्रकाश का उत्सव है, यह अच्छाई की रोशनी फैलाता है और भय को खत्म करता है। उन्होंने कि जवान अपनी प्रतिबद्धताओं एवं अनुशासन से लोगों में सुरक्षा और निडरता का भाव पैदा करने में मदद करते हैं। प्रधानमंत्री ने याद किया कि वह दीपावली पर तब से सैनिकों से मिलने आ रहे हैं जब वह गुजरात के मुख्यमंत्री थे। उन्होंने आईटीबीपी के जवानों के साथ एक साल पहले हुई बातचीत का भी जिक्र किया जब वह कैलाश मानसरोवर यात्रा का हिस्सा बने थे।
मोदी ने कहा कि रक्षा क्षेत्र में भारत अच्छी प्रगति कर रहा है। उन्होंने ‘वन रैंक वन पेंशन’ (ओआरओपी) समेत भूतपूर्व सैनिकों के कल्याण के लिए उठाए गए अन्य कदमों के बारे में भी बताया। मोदी ने कहा कि भारतीय सशस्त्र बलों ने संयुक्त राष्ट्र के शांतिरक्षण मिशनों में दुनिया भर से प्रशंसा और सराहना हासिल की है। प्रधानमंत्री ने जवानों को मिठाई बांटी। उन्होंने दीपावली के मौके पर उन्हें बधाई देने के लिए जमा हुए आस-पास के इलाके से आए लोगों से भी बात की। हर्षिल एक छावनी इलाका है जो उत्तरकाशी जिले में भारत-चीन सीमा के करीब 7,860 फुट की ऊंचाई पर स्थित है।
जवानों संग दिवाली मनाने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज केदारनाथ धाम पहुंचे। खास बात यह है कि प्रधानमंत्री बनने के बाद वह तीसरी बार बाबा केदार के दर्शन करने के लिए आए हैं। जलाभिषेक के बाद उन्होंने विशेष पूजा-अर्चना कर परिक्रमा भी की। इसके बाद उन्होंने केदार घाटी में पुनर्निर्माण कार्यों का जायजा लिया। अधिकारियों से पूछताछ कर पीएम ने निर्देश भी दिए। पूजा करने के बाद पीएम ने प्राकृतिक आपदा और उसके बाद के हालात को बयां करने वाली तस्वीरों की एक प्रदर्शनी देखी। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत भी उनके साथ थे।
केदारनाथ के समीप स्थित केदारपुरी ने 2013 की प्रलयकारी बाढ़ का दंश झेला है जिसमें हजारों लोग मारे गए थे। मंगलवार की रात इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजमिन नेतन्याहू से मिली दीपावली बधाई का जवाब देते हुए मोदी ने कहा, “हर साल, मैं हमारी सीमाई क्षेत्रों का दौरा करता हूं और सैनिकों को चौंका देता हूं। इस साल भी दीपावली हमारे बहादुर सैनिकों के साथ मनाउंगा। उनके साथ समय बिताना खास है।”