नई दिल्ली. सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण का जवाब दिया। इश दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने किसान संगठनों के लोगों से आंदोलन खत्म करने का निवेदन किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि लगातार आंदोलन से जुड़े लोगों से प्रार्थना करते हैं, आंदोलन आपका अधिकार है, लेकिन इस प्रकार से बुजुर्ग लोग वहां बैठे हैं यह ठीक नहीं है, आप सबको ले जाइए, आप आंदोलन को खत्म करिए। मिल-बैठकर आगे चलकर चर्चा करेंगे। सबसे हमने कहा है और मैं फिर निमंत्रण देता हूं।
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि खेती को खुशहाल बनाने के लिए यह समय है। इस समय को गंवाना नहीं चाहिए। हमें आगे बढ़ना चाहिए, देश को पीछे नहीं ले जाना चाहिए, पक्ष हो विपक्ष हो आंदोलनकारी साथी हो, इन सुधारों को मौका देना चाहिए। कोई कमी हो, उसको ठीक करेंगे और कहीं ढिलाई है तो उसको करेंगे ऐसा तो है नहीं कि सब दरवाजे बंद कर दिए।
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "मैं विश्वाश दिलाता हूं कि मंडियां अधिक आधुनिक बनेंगी और अधिक प्रतिस्पर्धी होंगी, एमएसपी है, था और रहेगा। इस सदन की पवित्रता समझें। जो 80 करोड़ लोगों को सस्ते में राशन दिया जाता है वो भी बना रहेगा। इसलिए भ्रम फैलाने के काम में न जुड़ें। किसानों की आय बढ़ाने के लिए जो दूसरे उपाय हैं उनपर भी बल देने की जरूरत है। हमें कुछ न कुछ ऐसा करना पड़ेगा ताकि किसानी पर बोझ कम हो। हम अगर देर कर देंगे और अपनी ही राजनीतिक समीकरणों में फंसे रहेंगे तो किसानों को अंधकार की तरफ धकेल देंगे।
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