नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र के नाम संबोधन में कहा कि आपदा को अवसर में बदलना है और अब सिर्फ एक रास्ता है 'आत्मनिर्भर भारत'। उन्होंने 20 लाख करोड़ के आर्थिक पैकेज का ऐलान किया। उन्होंने कहा कि सरकार के हाल के फैसले, रिजर्व बैंक की घोषणाओं को मिलाकर यह पैकेज करीब 20 लाख करोड़ रुपये का होगा जो देश के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का लगभग 10 प्रतिशत है। प्रधानमंत्री ने कहा कि इस पैकेज के बारे में विस्तृत ब्योरा वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण कल से अगले कुछ दिनों तक देंगी।
हमें बचना भी है और आगे भी बढ़ना है
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रात 8 बजे से शुरू अपने संबोधन में कहा कि करोना वायरस से हमें बचना भी है और आगे भी बढ़ना है। उन्होंने कहा कि भारत में अनेक परिवारों ने अपने स्वजनों को खोया है। सभी परिवारों के प्रति मेरी संवेदना है।
एक वायरस ने दुनिया को तहस-नहस कर दिया
पीएम मोदी ने कहा कि एक वायरस ने दुनिया को तहस-नहस कर दिया है। करोड़ों लोगों को प्रभावित किया। उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया जिंदगी बचाने के लिए जंग में जुटी है। इस तरह का संकट न पहले देखा गया और न सुना गया है। उन्होंने कहा कि निश्चित तौर पर मानव जाति के लिए ये सबकुछ अकल्पनीय है.. संकट अभूतपूर्व है.. लेकिन थकना, हारना, टूटना मानव को मंजूर नहीं।
हमें अपना संकल्प और मजबूत करना होगा
उन्होंने कहा कि सतर्क रहकर नियमों का पालन करते हुए बचना है और आगे बढ़ना है.. दुनिया संकट में है तो हमें अपना संकल्प और मजबूत करना होगा.. हमारा संकल्प इससे विराट होगा.. हम पिछली सदी से ही लगातार सुनते आए हैं कि 21 वीं सदी हिंदुस्तान की है।
आत्मनिर्भर भारत का संकल्प
पीएम मोदी ने कहा- 'जिंदगी और मौत की लड़ाई लड़ रही दुनिया में आज भारत की दवाइयां एक नई आशा लेकर पहुंचती हैं। इन कदमों से दुनिया भर में भारत की भूरि-भूरि प्रशंसा होती है, तो हर भारतीय गर्व करता है। दुनिया को विश्वास होने लगा है कि भारत बहुत अच्छा कर सकता है, मानव जाति के कल्याण के लिए बहुत कुछ अच्छा दे सकता है। सवाल यह है - कि आखिर कैसे? इस सवाल का भी उत्तर है- 130 करोड़ देशवासियों का आत्मनिर्भर भारत का संकल्प'।