चेन्नई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मामल्लापुरम में चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग का स्वागत तमिलनाडु की पारपंरिक वेशभूषा ‘वेष्टि’ (धोती) पहनकर किया जिसकी प्रशंसा पट्टाली मक्कल कच्ची और अन्य ने भी की। जिनपिंग से पहले ही हेलीकॉप्टर के जरिये मामल्लापुरम पहुंचे पीएम मोदी ने चीनी राष्ट्राध्यक्ष का स्वागत अर्जुन तपोस्थली स्मारक के पास किया।
इस मौके पर उन्होंने तमिलनाडु की पारंपरिक ‘करायी वेष्टि’ (हरे रंग के किनारे वाली धोती), अंगवस्त्रम’ और आधे बाजू की सफेद कमीज पहनी थी। उन्होंने जिनपिंग से हाथ मिलाया और अभिवादन किया। इस मौके पर चीन के राष्ट्रपति ने पूरे बाजू की कमीज और काले रंग का पैंट पहना था।
पट्टाली मक्कल कच्ची के संस्थापक एस रामदास ने कहा कि प्रधानमंत्री को तमिलों के पारंपरिक परिधान वेष्टि में देखना हर्ष का विषय है। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘दुनिया को तमिल संस्कृति को जानने दो।’’ कर्नाटक के संस्कृति और पर्यटन मंत्री सीटी रवि ने ट्वीट किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहां की संस्कृति और परंपरा का सम्मान किया है। वह तमिल लोगों की वेशभूषा में टहलते हुए बहुत ही सहज दिख रहे थे।
बाद में पीएम नरेंद्र मोदी, चीनी राष्ट्रपति से बातचीत करते हुए रथ स्मारक गए और उन्होंने विदेशी मेहमान को नारियल पानी पीने को दिया। दोनों ने इसके स्वास्थ्य लाभ को देखते इसे हुए पिया। इससे पहले जिनपिंग का स्वागत तमिलनाडु के लोक नर्तकों और भरतनाट्यम कलाकारों ने सांस्कृति कार्यक्रम की प्रस्तुति देकर किया। रास्ते में कतारबद्ध खड़े बच्चों ने भारत-चीन के झंडों को हाथ में लेकर उनका अभिवादन किया।