नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी न मंगलवार को हरियाणा के रोहतक में दीनबंधु सर छोटू राम की 64 फुट ऊंचई प्रतिमा का अनावरण किया। प्रतिमा का अनावरण रोहतक जिले के सांपला में हुआ जो सर छोटू राम का पैतृक गांव हैं। प्रतिमा का अनावरण करते समय प्रधानमंत्री के साथ हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर भी मौजूद थे।
प्रधानमंत्री कार्यालय के बयान के अनुसार, सर छोटू राम एक जाने-माने नेता थे जिन्होंने किसानों के कल्याण, पिछड़े और दलितों के उद्धार के लिए निरंतर कार्य किए। शिक्षा के क्षेत्र में और अन्य सामाजिक सरोकारों को लेकर उनके द्वारा किए गए कार्यों के लिए भी उन्हें याद किया जाता है।
प्रतिमा के अनावरण के मौके पर प्रधानमंत्री ने कहा कि चौधरी छोटूराम जी देश के उन समाज सुधारकों में थे, जिन्होंने भारत के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। वो किसानों, मज़दूरों, वंचितों, शोषितों की बुलंद और मुखर आवाज़ थे। वो समाज में भेद पैदा करने वाली हर शक्ति के सामने डटकर खड़े हुए। प्रधानमंत्री ने कहा कि ये उनका सौभाग्य है कि उन्हें ‘किसानों की आवाज, जाटों के मसीहा, रहबर-ए-आजम, दीनबंधु चौधरी छोटूराम जी’ की इतनी भव्य और विशाल प्रतिमा का अनावरण करने का अवसर मिला।
प्रधानमंत्री ने सर छोटू राम के बारे में कहा कि भाखड़ा बांध की असली सोच चौधरी साहब की ही थी। इस बाँध का पंजाब-हरियाणा-राजस्थान के लोगों को, किसानों को, जो लाभ आज भी मिल रहा है, वो हम सभी देख रहे हैं। जिस व्यक्ति ने देश के लिए इतना कुछ किया, उसके बारे में जानना हर व्यक्ति का अधिकार है। इतने महान व्यक्तित्व को एक क्षेत्र के दायरों में ही सीमित क्यों किया गया? इससे चौधरी साहब के कद पर तो कोई असर नहीं पड़ा, लेकिन अनेक पीढ़ियां उनके जीवन से सीख लेने से वंचित रह गईं